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हिंदी भाषा में वक्तव्य रखने पर शिक्षकों के दो गुट आपस में भिड़े

हाथापाई करते शिक्षकगण

शिक्षक समाज को राह दिखाने का काम करते है. नयी पीढियों को गढ़ने में शिक्षक का महत्त्वपूर्ण योगदान होता है. लेकिन यहाँ एक घटना ने शिक्षकों के व्यावहार पर ही प्रश्न चिन्ह उठा दिया है. ऐसे शिक्षक हमारे बच्चों को कैसे ज्ञान देते होंगे. मालूम हो कि राज्य की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आगामी 29 नवम्बर को दुर्गापुर में एक सभा को संबोधित करने आ रही है, इस दौरान वे प्रशासनिक बैठक भी करेंगी. जिसे लेकर दुर्गापुर के सृजनी सभागार में शिक्षक संगठन के दो गुटों के बीच मामूली विवाद को लेकर हाथापाई हो गई.

घटना को लेकर इलाके में काफी आलोचना शुरू हो गई है. गौरतलब है कि सृजनी सभागार में निगम के अधीन रोटरी क्लब आफ दुर्गापुर एवं इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (ईस्ट) की ओर से एमआर वायरस (मिसलेश रूबेला वैक्सीनेशन कैम्पियन विजन) के तहत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जहाँ दुर्गापुर नगर निगम के अधीन 40 हाई स्कूल एवं 78 प्राथमिक स्कूल के शिक्षक व प्रतिनिधि शामिल हुए थे. कार्यक्रम का उद्देश्य स्कूलों में छात्रों को टीकाकरण के लिए जागरूक करना था.

कार्यक्रम में विशिष्ट चिकित्सकों द्वारा शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा था. उसी दौरान तृणमूल शिक्षक संगठन के डॉक्टर कलीमूल हक द्वारा मंच पर बयानबाजी करने से दूसरे गुट के शिक्षकों का प्रतिनिधित्व कर रहे रंजन साहा ने इसका विरोध कर दिया. जिससे कार्यक्रम में बाधा उत्पन्न हो गई. दोनों गुटों के बीच बयानबाजी के कारण तनाव का माहौल बन गया. इस दौरान शिक्षक संगठन के नूरुल हक एवं दूसरे गुट के शिक्षक समिति के सदस्यों के साथ हाथापाई हो गई.

मामला बिगड़ता देख कार्यक्रम को बीच में ही बंद करना पड़ गया. डब्ल्यूबी टीपीटीए शिक्षक संगठन की ओर से कल्याण बनर्जी ने कहा कि मंच पर कलीमूल हक द्वारा दिया जा रहा बयान उचित नहीं था. इससे प्राथमिक शिक्षकों ने अपमान महसूस किया, जिस कारण यह घटना हुई. कलीमुल हक को किसी के सम्मान को ठेस पहुँचाने का कोई अधिकार नहीं है.

इस संदर्भ में डॉक्टर कलीमुल हक ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जागरूकता कार्यक्रम में हिंदी में भाषण देने के कारण ही कुछ शिक्षकों ने इसका विरोध किया था. लेकिन हिंदी में बयान देने का मतलब किसी के सम्मान को ठेस पहुँचाना नहीं होता है. प्राथमिक शिक्षकों को यह समझना चाहिए. इस संदर्भ में निगम के शिक्षा अधिकारी संघमिता दासगुप्ता ने बताया कि घटने की शिकायत मिली है, फिलहाल मामले की जाँच की जा रही है.

Last updated: नवम्बर 27th, 2018 by Durgapur Correspondent