शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए डॉक्टर उज्जवल कुमार को उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के हाथों सम्मानित किया गया
मधुपुर: कोलकाता विश्वविद्यालय में कार्यरत बौद्ध अध्ययन विभाग के हेड ऑफ डिपार्टमेंट एसोसिएट प्रोफेसर मधुपुर निवासी डॉक्टर उज्जवल कुमार को गुरुवार को अशोका होटल चाणक्यपुरी, नई दिल्ली में आयोजित राष्ट्रपति महर्षि बादरायण व्यास सम्मान समारोह में उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू के हाथों सम्मानित किया गया। उपराष्ट्रपति ने डॉ० कुमार को सम्मान प्रमाण पत्र एवं शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित करते हुए एक लाख रुपए का राशि प्रदान किया। यह सम्मान देश के वैसे युवा विद्वान को शिक्षा क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए दिया जाता है जो खास विषय में अपनी विद्वता को बढ़ाते हैं। बता दें कि डॉक्टर उज्जवल कुमार शहर के कुंडूबंगला मोहल्ला निवासी दवा व्यवसाई अरुण कुमार के एकलौते पुत्र हैं।
डॉ० कुमार की प्रारंभिक शिक्षा मधुपुर से हुई। जबकि उत्तर प्रदेश के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय से एमए की पढ़ाई की। साथ ही बौद्ध अध्ययन में हांगकांग विश्वविद्यालय से एमए तथा पुणे विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। पुणे यूनिवर्सिटी में पाली विषय के लेक्चरर पद पर आठ साल तक कार्यरत रहे। इस दौरान उन्होंने बौद्ध अध्ययन में रिसर्च करते हुए दो पुस्तकें भी लिखी है। जिसका प्रकाशन तीन साल पूर्व हो चुका है। वहाँ से 2016 में कोलकाता यूनिवर्सिटी में योगदान दिया। डॉ० कुमार के इस कामयाबी से उनके माता पिता परिजन सगे संबंधी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। उपराष्ट्रपति से सम्मान मिलने के बाद डॉ० कुमार ने कहा कि उनके कामयाबी के पीछे गुरुजन, माता-पिता, दादी जी, स्वर्गीय दादाजी एवं समस्त परिवार का असीम आशीर्वाद रहा है।