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शहीद शशिकांत पांडेय अमर रहें के नारों से गूंजा क्षेत्र

धनबाद (17/12/2017 )रविवार को काण्डरा स्थित सामाजिक व शैक्षणिक संस्था सफल इंडिया के बच्चो,स्थानीय लोगो व महिलाओं ने जम्मु कश्मीर के पम्पोर में शहिद हुए जैलगोरा धनबाद झारखण्ड के लाल व वीर सपूत शहीद शशिकांत पांडेय जी को प्रथम पुनःतिथि के अवसर पर कैंडल मार्च निकल कर श्रधांजलि दी । कार्यक्रम की शुरुवात सफल इंडिया प्रांगण से कण्डरा बाजार होते हुए कोलबोर्ड कॉलोनी के बजरंगवली मंदिर के समीप एक होकर दो मिनट मौन धारण कर श्रद्धाजंलि दी गई । कैंडल मार्च दौरान भारत माता की जय,जब तक सूरज चाँद रहेगा शाशिकान्त पांडेय तेरा नाम रहेगा,शहीद शशिकांत पांडेय अमर रहें अन्य नारों से कांड्रा बाजार गूंज उठा ।

संस्था के अध्यक्ष सौरभ सिंह ने कहा कि हम सभी को धनबाद की माटी व माटी के लाल पर गर्व है जहाँ पर वीर व शहीद शशिकांत पांडेय जी का जन्म हुआ और जिनका बचपन धनबाद स्थित जैलगोरा के गलियारों में बिता और उन्होंने ऐसो आराम की नौकरी ना चुनकर सेना में भर्ती हो होकर भारत माँ की सेवा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए . उनके इस बलिदान को पूरा भारतवर्ष कभी नहीं भुला सकेगा । संस्था के सचिव प्रदीप महतो ने कहा कि पीएमसीएच का नाम अगर बदलना ही है तो शहीद शशिकांत पांडेय के रूप में रखा जाए जो शहीद को सच्ची श्रद्धांजलि होगी । इस दौरान संस्था के उपाध्यक्ष राजीव कुमार, कोषाध्यक्ष रोहित कुमार,भाजपा नेता प्रकाश बाउरी,दिलीप बाउरी,अजित गिरी,नारायण चंद्र महतो,उषा देवी,रुक्मणि देवी,विकास सिंह,जगरनाथ गोराई, आदित्य कुमार, सुभाष गोराई, देव कुमार,प्ररेश गोराई,प्रवीण महतो, मिथुन महतो,आकाश कुमार, सिमा देवी, रूपा देवी एवं अन्य उपस्थित थे।

सरकार द्वारा राष्‍ट्रपति मेडल देने का वादा आज तक पूरा नहीं हुआ

शहीद शशिकांत पांडेय जो पिछले साल जम्मू कश्मीर के पम्पोर में आतंकिओं से लड़ते वक्‍त शहीद हुए थे। जिसकी आज पहली वर्षी धनबाद में उनके पैतृक गांव झरिया जेलगोड़ा में मनाया गया। जहां शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि दी गई। जिसमें स्थानीय लोगों के साथ बच्चे भी बढ़ चढ़ कर शामिल हुए।वहीं इस मौके पर शहीद के परिजन और स्थानीय लोगों की मदद से सुन्दरपाठ का आयोजन किया गया और गरीब बच्चो के बीच कपड़े बांटे गए।इस मौके पर शहीद की बड़ी बहन रिंकू चौबे अपने शहीद भाई की प्रतिमा पर तिलक लगा कर आरती उतारी। वहीं शहीद के भाई ने कहा कि सरकार द्वारा राष्‍ट्रपति मेडल देने का वादा जो किया गया था वो आज तक पूरा नहीं हुआ।

बच्चो ने शहीद शशि कांत पांडे को सलामी दी

समाधान शिक्षादान की नई पाठशाला ने छाईगादा में साप्ताहिक जांच परीक्षा बच्चों के बीच हर सप्ताह की भाँति इस सप्ताह भी हुई जांच परीक्षा राष्ट्रगान से शुरुआत की गई. शहीद शशि कांत पांडे संस्कार शाला में पढ़ने वाले बच्चों ने उनके शहीद दिवस की पूर्व संध्या को उन्हें सलामी दी. सभी बच्चे एक साथ मिलकर आपस में इंडिया लिख कर उन्हें सम्मान दिया. प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त बच्चों को बियाडा के पूर्व अध्यक्ष विजय झा जो कि समाधान के एक अटूट अंग है उन्होंने बच्चों को पुरस्कृत किया. अंत में सभी बच्चों के बीच केक का वितरण किया गया. मौके पर समाधान के कुल 40 वालंटियर गोलू, रविंद्र, अविनाश, दीपा, नेहा, सोनी, प्रियंक, राजा, सौरभ, तापस, बिट्टू, चंदा आदि मौजूद थे।

शहीद शशिकांत पांडे संस्कारशाला का वर्षगांठ सह खेल प्रांगण का उद्घाटन

समाधान शिक्षादान की नई पाठशाला रविवार को शहीद शशिकांत पांडे संस्कार शाला स्थापना दिवस सह खेल प्रांगण का उद्घाटन समारोह रेलवे फाटक पुराना बाजार धनबाद में उद्घाटन समारोह की शुरुआत शहीद शशि कांत पांडे को श्रद्धांजलि देकर हुई जिसमें सभी सदस्यों ने और अभिभावकों ने दो मिनट का मौन रखा और अतिथियों ने उन्हें पुष्प अर्पित कर उन्हें शर्धांजलि दी वही हमारे समाधान सदस्य विजय झा सर ने स्वागत भाषण से समारोह को आगे बढ़ाया और उन्होंने समाधान के शुरूआती दिनों से अब तक की यात्रा के बारे में बताया और पूरे टीम को उन्होंने बधाई दी फिर शहीद शशिकांत पांडे के माता पिता के द्वारा फीता  काट कर खेल प्रांगण का उद्घाटन हुआ एसएसपी मनोज रतन चौथे सर ने शहीद शशि कांत पांडे के पिताश्री को शॉल देकर सम्मानित किया ।

शहीद के पिता ने अपने बेटे शशि कांत पांडे के बारे में बताते हुए कहा कि हमें गर्व है कि हमारा बेटा हमारे देश के लिए कुर्बान हुआ इन्हीं शब्दों को कहते हुए वह भावुक हो गए फिर वैज्ञानिक कमल किशोर शर्मा ने मंच पर आकर शहीद शशि कांत पांडे के संबोधन में कहा कि एक दिन सभी को मरना है यह निश्चित है पर किस वजह से मर रहे हैं कहां मर रहे हैं और किसके लिए मर रहे हैं यह ज्यादा महत्व रखता है ।

रेल एसडीपीओ श्री उज्जवल ने कहा कि समाधान संस्कार शाला के बच्चे बच्चे नहीं बल्कि यह एक दीपक की तरह है जिसे समाधान लगातार जला रहा है और उन्होंने कहा कि बच्चों को पढ़ाना एक बात होती है और उनमें संस्कार डालना बहुत बड़ी बात होती है।  इन्हीं शब्दों को कहकर उन्होंने समाधान के कार्य को सराहा । अतिथियों ने छोटे-छोटे नन्हे मुन्ना बच्चों को संस्कार शाला के लिए वर्दी प्रदान की गई और संस्कारशाला के चालक जाहिदा खान प्रतीक कुमार नेहा कुमारी चंदा बानो को उपहार देकर सम्मानित किया । मुख्य अतिथि एसएसपी मनोज रतन चौथे मंच पर आकर कहा कि शहीद शशि कांत पांडे को शहीद हुए आज पूरे 1 वर्ष हो चुके है और उनके शहादत पर हमें गर्व है और उन्होंने समाधान के नेक कार्य के लिए बहुत-बहुत बधाई दी अंततः राष्ट्रगान गाकर समारोह को समाप्त किया गया मोके पर अन्य विशिष्ट अतिथि रमा सिंहा रंजन सर रवि चौधरी सर वैभव सिंहा सर संतोष यादव सर प्रदीप सिंह सर और समाधान के लगभग 60 स्वयंसेवक रविंद्र अविनाश सुमित राजा प्रियंक बिट्टू दीपा राहुल गोपाल आदि मौजूद थे।

 

बहादुरी और देशभक्ति का मिशाल है शहीद शशिकांत पांडे का परिवार

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले के पंपोर में शनिवार(17 दिसंबर 2016) को हुए आतंकी हमले में जियलगोरा (धनबाद) के 21 वर्षीय शशिकांत पांडेय समेत सेना के तीन जवान शहीद हो गये थे . हमले में तीन लोग घायल भी हुए थे . झारखंड के शहीद शशिकांत का पूरा परिवार वीरता की मिशाल है. उनके बड़े भाई श्रीकांत पाण्‍डेय सीआरपीएफ में तैनात हैं. एक ही परिवार के दो भाईयों ने देश की रक्षा के लिए अपनी कुर्बानी दे दी. जबकि एक बड़ा भाई अभी भी देश की सुरक्षा कर रहे हैं.

शनिवार को पंपोर में सीमा की रक्षा करते हुए शशिकांत पाण्‍डेय आतंकी हमले में शहीद हो गये.  12 वर्ष पूर्व शशिकांत के चचेरे भाई मनोज पाण्‍डेय कारिगल युद्ध के दौरान चार पाकिस्‍तानी सैनिकों को मारने के बाद शहीद हुए थे.  बीएसएफ के जवान मनोज पाण्‍डेय ने 29 जून 2004 को पुंछ की रजौली सेक्टर में गोली लगने के बाद भी चार आतंकियों को मार गिराया था. उसके बाद अस्पताल ले जाने के क्रम में वे शहीद हो गये थे.

संवाददाता : पवन कुमार : धनबाद 
Last updated: दिसम्बर 17th, 2017 by News Desk