शिक्षक डॉ.रवि शंकर सिंह के सेवानिवृत होने पर कोमारवाड़ी सनातन विद्यालय के शिक्षक कक्ष में एक विदाई समारोह का आयोजन उनके छात्रों द्वारा किया गया. अवसर पर छात्रों ने डॉ.सिंह शाल उढ़ाकर एवं फूल माला और स्तवक आदि देकर सम्मानित किया. डॉ.मनोज कुमार सिंह ने सेवानिवृत शिक्षक डॉ. सिंह के संबंध में कहा कि गुरु ने एक कुम्हार की तरह मेहनत कर हम हम लोगों का निर्माण किया है.
वे समय-समय पर शिक्षा के साथ-साथ साहित्य सृजन की ओर भी हम लोगों को प्रेरित करते रहे. डॉक्टर संजय पासवान ने कहा कि सर ने पिता की तरह जीवन में मेरा मार्गदर्शन किया है, मैं आज जो कुछ भी हूँ, इनके मार्ग दर्शन के बल पर हूँ. इंजीनियर वीरेंद्र ठाकुर ने बताया कि उनके मन में डॉ. रवि शंकर सिंह के कारण ही हिंदी के प्रति प्रेम जागा है. उनकी शिक्षा के कारण मुझमें किसी भी सभा आदि में कुछ बोलने की क्षमता विकसित हुई है.
व्यवसायी विकास खंडेलवाल ने कहा कि डॉ. रविशंकर सिंह ने मेरे जीवन को एक नई दिशा प्रदान की है. डॉ० जयराम पासवान ने बताया कि उनके सानिध्य ने मुझे सदा संवर्धित किया है. हिंदी भाषा के प्रति सम्मान और प्रेम उनके कारण ही मेरे मन में उत्पन्न हुआ है. आसनसोल गर्ल्स कॉलेज के प्रध्यापक डॉ. विजेन्द्र कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि डॉ. रविशंकर सिंह मेरे अभिभावक और मेरे गुरु रहे हैं. मेरे चरित्र निर्माण के साथ-साथ उन्होंने मेरे जीवन को संवारने में अपना योगदान दिया है. हम छात्रगण उनके इस योगदान को कदापि नहीं भुला सकते, वे हमारे आदर्श हैं और उनका जीवन हमारे लिए अनुकरणीय है.