धनबाद वासेपुर से एनआरसी, सीएए एवं एनपीआर के खिलाफ निकाली गई। विरोध प्रदर्शन जुलूस में तीन हजार लोगों पर हुए मुदकमे के ख़िलाफ़ भीम आर्मी ने विरोध जताया है।
भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष बिरेन्द्र पासवान ने मुकदमा वापस लेने की मांग की है। विज्ञप्ति जारी करते हुए बीरेंद्र ने कहा कि ये सत्य है कि विरोध करने का परमिशन जिला प्रशासन से नहीं था। पर प्रदर्शनकारियों के तरफ से कोई अप्रिय घटनाएं भी नहीं हुई। किसी का कुछ नुकसान भी नहीं हुआ। फिर इतने लोगों के ख़िलाफ़ राजद्रोह का मुकदमा कर देना न्याय संगत नहीं है।मुकदमा वापस हो नहीं तो भीम आर्मी सड़क पर उतरेगा।
बीरेंद्र ने कहा कि तीन हजार लोगों पर राजद्रोह के केस किया गया है। डीएम साहब बताएं कि तिरंगा लेकर अपना विरोध जता रहे कौन सा राजद्रोही काम कर दिया गया। क्या लोकतंत्र में विरोध का अधिकार छीन लिया गया है। जबकि प्रदर्शनकारी ने शांति तरीके से सीएए कानून के खिलाफ विरोध कर रहे थे।
उन्होने कहा कि इस समय बिना परमिशन कई यूनिवर्सिटीज में विरोध सहित मारपीट की घटनाएं हो रही। वहाँ भी मुकदमा दर्ज नहीं हो रहा और यहाँ सिर्फ जुलूस निकालने पर राजद्रोह ये सरासर अन्याय है।