मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय के नवीन सभागार में सतर्कता सेमिनार का आयोजन किया गया। मौके पर सतर्कता अधिकारी, पूर्व रेलवे (मुख्यालय) कल्लोल दे उपस्थित थे। सभा को संबोधित करते हुए श्री दे ने कहा कि नैतिक उत्थान के साथ तथा समाज के जमीनी स्तर पर नैतिक शिक्षा को फैला कर ही समाज से भ्रष्टाचार को समाप्त किया जा सकता है।
इस सामाजिक बुराई को केवल सतर्कता विभाग के द्वारा ही समाप्त नहीं किया जा सकता बल्कि समाज के हर तबके के लोगों के बड़े पैमाने पर इसमें भागीदारी निभाने से एक भ्रष्टाचार मुक्त समाज के लिए महत्त्वपूर्ण परिवर्तन परिलक्षित होगा। उन्होंने और अधिक पारदर्शिता तथा जवाबदेही के लिए प्रौद्योगिकी के प्रयोग खासतौर पर सूचना प्रौद्योगिकी पर भी काफी बल दिया। इसके पश्चात एक क्वीज प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया तथा जिन्होंने संतोषजनक उत्तर दिया उन्हें पुरस्कृत भी किया गया।
भ्रष्टाचार के खिलाफ अधिकारियों एवं कर्मचारियों को जागरूक करना तथा इसके रोकथाम के लिए उपाय करना ही इस सेमिनार का मूल उद्देश्य था। कार्यक्रम में पी.पी.मुखर्जी (मंडल कार्मिक अधिकारी) एवं बी.के.मिश्रा (सहायक कार्मिक अधिकारी) समेत काफी संख्या में आसनसोल रेल मंडल के कर्मचारीगण उपस्थित थे।