श्री राम कथा का आयोजन सीताराम जी मंदिर में
रानीगंज -राम नवमी के अवसर पर पहली बार श्री श्री सीताराम जी मंदिर कमिटी की ओर से सप्ताह व्यापी श्री राम कथा का आयोजन सीताराम जी मंदिर में शुरू हुआ. संगीतमय राम कथा एवं नृत्य नाटिका के साथ इस का शुभारम्भ किया गया. अयोध्या राम मंदिर से आए महंत श्री अर्जुन दास जी के सानिध्य में एवं रामकथा वाचक (अयोध्या) आचार्य श्री शिवेंद्र जी महाराज श्री राम कथा की प्रस्तुत की। उन्होंने कहा कि भगवान श्री राम की महिमा एवं उनके नाम मात्र से ही मानव जीवन में सभी दुखों का मोक्ष संभव है. महंत श्री अर्जुन दास जी ने बताया कि नवरात्रि के प्रथम दिन हरि चर्चा कि प्रस्तुति की गई है। उन्होंने कहा कि कलयुग में परिचर्चा सुनना बड़े भाग्य की बात है, हरि चर्चा सुनने से सारे पापों का नाश होता है.
शिव का विवाह, विवाह मात्र नहीं
आज के प्रसंग में भगवान शिव के विवाह के माध्यम से बताया गया कि भगवान शिव का विवाह, विवाह मात्र नहीं है, यह सृष्टि का एक अनमोल उदाहरण है इस से भगवान मानव जीवन को संदेश देते है कि इन्हीं कर्मों पर जीवन सार्थक होगा और उसके कर्मों पर ही उनका उन्हें फल मिलेगा. जब भगवान शिव के विवाह की बारात निकली तो उनके बारात में भूत- प्रेत शामिल थे. सभी भगवान उनके दर्शन के लिए उपस्थित रहे. भगवान शिव बहुत ही दयालु है और मात्र एक लोटा जल से ही खुश हो जाते हैं जब जरूरत पड़ती है तो सृष्टि की मदद के लिए विषपान भी करते हैं. अर्थात भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह मात्र एक उदाहरण है जो मनुष्य के जीवन में पूर्णता स्थापित करती है. भगवान शिव की महिमा अपरंपार है इनके दरबार से इनके कृपा से कोई भी मानव असंतुष्ट नहीं हो सकते. जीवन मरण जन्म शुभ विवाह हर घड़ी के लिए भगवान शिव ही एक सहारा है.