धनबाद/चिरकुंडा। चिरकुंडा क्षेत्र में बालू तस्करी से सरकार को करोड़ों, अरबों का राजस्व का घाटा सरकार को दिया जा रहा है। परंतु इस पर किसी का ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है। पुलिस प्रशासन सिर्फ कोरोना जाँच के पीछे पड़ी है। इसके कारण झारखंड सरकार को राजस्व का चुना लग रहा है।
बालू तस्करी का नया नमूना सामने आ रहा है जिसे नंगी आँखों से देखा जा सकता है। बालू माफियाओं द्वारा बालू बैंकर बनाकर जरूरत के मुताबिक बालू क्षेत्र में भेजा जा रहा है। बालू का अवैध कारोबार इस क्षेत्र में खूब फल फूल रहा है। अब शायद सरकार की नजर खुले और अवैध कारोबार पर रोक लगा रोक लगाएं ।
Last updated: मई 14th, 2021 by