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हाई कोर्ट के आदेश के बाद कुमार मंगलम पार्क में समिति द्वारा काम शुरू

विवादों में घिरे दुर्गापुर इस्पात नगरी महा छठ पूजा सेवा समिति हाई कोर्ट के आदेश के बाद कुमार मंगलम पार्क में शनिवार की सुबह से ही छठ पूजा का आयोजन का काम शुरू किया. समिति के लोगों ने सुबह से ही बास गिराने का काम शुरू कर दिया. जानकारी के मुताबिक विगत कुछ सालों से दुर्गापुर इस्पात नगरी महा छठ पूजा सेवा समिति पार्क प्रबंधन पर आरोप लगाते आ रही है कि हमें छठ पूजा करने नहीं दिया जाता है. जिसको लेकर छठ पूजा के 1 सप्ताह पहले दुर्गापुर इस्पात नगरी महा छठ पूजा सेवा समिति वेकेशन कोर्ट में जाती है और वहाँ से परमिशन लेकर छठ पूजा का आयोजन करती है.

पार्क प्रबंधन ने बात को खारिज करते हुए दुर्गापुर इस्पात नगरी महा छठ पूजा सेवा समिति पर आरोप लगाया है कि छठ पूजा के नाम पर गुप्त दान लिया जाता है. इसके अलावा छठ व्रतीयो से भी पैसा लिया जाता है और हमें बदनाम किया जाता है कि हम पैसा लेते हैं. देवाशीष राय ने कहा कि हम चाहते हैं कि छठ पूजा के नाम पर पैसा नहीं लिया जाए. पार्क को निःशुल्क देने के लिए हम तैयार हैं, जो भी करना होगा हम निःशुल्क कर देंगे, सिर्फ अनुरोध है कि सेवा समिति खड़े रहकर हमें बताएं कि हमें क्या करना है बाकी पूरा काम हम करेंगे, जहाँ भी कमी होगी सेवा समिति कहे हम उसको पूरा करेंगे. मगर यह लोग नहीं चाहते हैं कि निःशुल्क हो. जिसके कारण ही प्रत्येक वर्ष ही हमारे तरफ से निःशुल्क रहने के बावजूद वह लोग हाईकोर्ट में चले जाते हैं.

इस बार भी दुर्गापुर थाना में एसीपी विमल कुमार मंडल तथा नगर निगम के एमआईसी धर्मेंद्र यादव की अध्यक्षता में दुर्गापुर इस्पात नगरी महा छठ पूजा सेवा समिति को लेकर बैठक की गई. जहाँ हमने अपने पैड पर निःशुल्क लिख कर दिया फिर भी यह लोग प्रशासन की बात नहीं मानते हुए हाई कोर्ट में चले गए. इसका क्या मतलब होता है, हमें नहीं मालूम. आज सुबह डेकोरेटर सहित समिति के लोग गेट पर आए जहाँ हमारे सिक्योरिटी गार्डों ने रोका. उसके बाद एम्आईसी धर्मेंद्र यादव, दुर्गापुर थाना प्रभारी गौतम तालुकदार ने हमें सूचना दी और कहा कि अनुमति दे दे. हम ने उनकी बात को रखते हुए आज से ही काम करने के लिए अनुमति दे दिया है. वहीं दुर्गापुर इस्पात नगरी महा छठ पूजा सेवा समिति के सचिव राजेश प्रसाद ने कहा कि सुबह ही जब हमारे लोग आए थे तो पार्क प्रबंधन द्वारा रोक दिया गया था उसके बाद हम लोगों ने थाना में सूचना दी.

Last updated: नवम्बर 10th, 2018 by Durgapur Correspondent