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सकलदेव सिंह की 20वीं पुण्यतिथि मनाई गई

श्रद्धांजलि देते स्वर्गीय सकलदेव सिंह के पुत्र रणविजय सिंह

लोयाबाद: आज पूरे कोयलाञ्चल में स्वर्गीय सकलदेव सिंह के 20 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर श्रद्धांजलि दी गई। विभिन्न कोलियारियों में उनके आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा गया और गरीबों  के बीच कंबल वितरण किया गया। सकलदेव सिंह गरीबों के हितैषी के रूप में जाने जाते थे। आज इनकी विरासत की बागडोर इनके पुत्र रणविजय सिंह संभाल रहे हैं।

लोयाबाद कनकनी कोलियरी मदनादिह स्थित इमामबाड़ा के समीप स्वर्गीय सकलदेव सिंह की 20 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। यहाँ के कार्यक्रम की देखरेख फिरोज अहमद ने की । इस पुण्यतिथि के अवसर पर रमेश सिंह,फिरोज अहमद, आजाद अंसारी, सुनील सिंह, महादेव सिंह चौधरी तथा गणमान्य लोग उपस्थित थे।

सकलदेव सिंह की पुण्य तिथि पर गरीबों के बीच कंबल वितरण करते यूनियन के कार्यकर्ता

कब और कैसे हुई सकलदेव सिंह की हत्या

बिहार जनता खान मजदूर संघ के महामंत्री और जनता दल के नेता सकलदेव सिंह की हत्या 25 जनवरी, 1999 को भूली के निकट हीरक रोड पर की गयी थी। दिन के 12.50 पर हुई इस घटना में दोनों तरफ से अंधाधुंध गोलियाँ चली थी। सिंह की टाटा जीप का ड्राइवर सह बॉडीगार्ड समेत तीन लोग घायल हुए थे. दोपहर के लगभग साढ़े बारह बजे सकलदेव सिंह सिजुआ स्थित अपने आवास से काले रंग की टाटा जीप बीआर-17 0027 पर धनबाद के लिए निकले थे।

वे आगे की सीट पर थे। गाड़ी स्व. विनोद सिंह का खासमखास रह चुका ड्राइवर सह बॉडीगार्ड मनोज सिंह चला रहा था। पीछे की सीट पर उनका निजी बॉडीगार्ड अकेला सिंह हथियार के साथ अकेले बैठा था। सिंह की गाड़ी के पीछे डब्ल्यूबी-38ए अर्मदा जीप थी। उस पर भी सिंह के निजी बाडी गार्डों का सशस्त्र दस्ता था। गाड़ी पप्पू सिंह चला रहा था।

आगे की सीट पर प्रमोद सिंह था, जबकि पीछे की सीट पर उदय सिंह और अशोक सिंह थे। घटना में मामूली रूप से घायल उदय सिंह और अशोक सिंह का बयान था कि हीरक रोड पर पहुँचते ही उन्होंने दो टाटा सूमो (एक सफेद) को देखा। दोनों गाड़ी आगे-आगे चल रही थी. शक जैसी कोई बात नहीं थी। इस्ट बसुरिया ओपी के काड़ामारा बस्ती के निकट सकलदेव सिंह की गाड़ी को ओवरटेक करने लगी। जैसे ही दोनों गाड़ी समानांतर हुई कि सूमो की पिछली खिड़की का काला शीशा थोड़ा नीचे सरका और उसमें से एक बैरेल सकलदेव सिंह को निशाना साधकर दनादन गोलियाँ उगलने लगी। सुरेश सिंह और उनके लोगों ने दोनों को केंद्रीय अस्पताल पहुँचाया. डाक्टरों ने सकलदेव सिंह को मृत घोषित कर दिया ।

Last updated: जनवरी 25th, 2019 by Pappu Ahmad