बर्नपुर -स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) ने 111 किलोमीटर लंबी नई ब्रॉडगेज जिरीबाम-तुपुल रेलवे परियोजना के लिए लगभग 60000 टन इस्पात उत्पाद की आपूर्ति की है। वर्ष 2008 में शुरू की गई इस राष्ट्रीय परियोजना का निर्माण मणिपुर में नार्थईस्ट फ़्रंटियर रेलवे (एनएफआर) कर रहा है, जो न केवल भारत की सबसे लंबी सुरंग के होगी बल्कि यह विश्व का सबसे लंबा गर्डर रेल पुल भी होगा।सेल ने इस परियोजना के लिए एचआर प्लेट्स और शीट्स, प्लेट मिल प्लेट्स इत्यदि समेत मुख्य रूप से टीएमटी रिबार्स और स्ट्रक्चरल की आपूर्ति की है। सेल का गुवाहाटी शाखा बिक्रय कार्यालय सेल की दुर्गापुर इस्पात संयंत्र, इस्को इस्पात संयंत्र, राउरकेलाइस्पात संयंत्र और बोकारो इस्पात संयंत्र की अत्याधुनिक मिलों से उत्पादित इस्पात उत्पादों की आपूर्ति कर रहा है।इस परियोजना के तहत बन रही 111 किलोमीटर लंबी ब्रॉड गेज रेलवे लाइन में 148 पुल और 45 सुरंग हैं, जिसमें से 11.55 किलोमीटर लंबी सुरंग संख्या 12 भारत की सबसे लंबी सुरंग होगी।इसके अलावा, नोनी के पास एक पुल का निर्माण किया जा रहा है जो दुनिया का सबसे लंबा गर्डर रेल पुल होगा। नदी के ऊपर इस पुल की 141 मीटर की ऊंचाई कुतुब मीनार की दुगुनी होगी।परियोजना दो चरणों में विकसित की जा रही है। पहले चरण में 84 किमी रेलवे लाइन के जरिये जिरीबाम को तुपुल से जोड़ा जा रहा है जो लगभग पूरा होने वाला है। तुपुल से इम्फाल को जोड़ने वाला 27 किमी का दूसरा चरण 2019 तक पूरा होने की उम्मीद है।
सेल स्टील से निर्मित कुतुब मीनार की दुगुनी ऊंचाई का पुल भारत में
Last updated: जून 20th, 2018 by