साहिबगंज। रमज़ान के पाक माह तीस दिन रोजा मुकम्मल करने के बाद ईद उल फितर की नमाज अदा की जाती है। इस पाक माह मुस्लिम समुदाय के लोग तीस दिन तक रोज़ा रखकर नमाजे तरबी अदा करते हैं। ये तीस रोज़ उन सभी मुस्लिम भाईयों के लिए बहुत ही इबादत का महीना होता है। इस पाक़ माह में कुरान शरीफ नाज़िल हुआ था। इस लिए मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रख कर नमाज़े ईद अदा करते है। सभी गीले -शिक़वे भूल कर एक दूसरे को गले लगते हैं।
इस अवसर पर आज साहिबगंज में मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा कोरोना जैसी महामारी से जिलेवासियों को फहफ़ूज़ रखने के लिए इस पाक़ माह के सदके में ईद का पर्व सभी के जीवन में खुशियाँ एवं भाई -चारा लेकर आने तथा अमन-चैन, सौहार्द्र और एकता की कामना की गई।
ईद के मौके पर जिला उपायुक्त रामनिवास यादव ने लोगों से अपील की है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सरकार के दिये गये निर्देश का पालन करते हुए पर्व मनाएं। उन्होंने कहा कि ईद का यह पर्व परस्पर प्रेम, सौहार्द्र और भाईचारे का प्रतीक है। यह पर्व हमें ऊंच-नीच, छोटे-बडे़ का भेदभाव भुलाकर एक – दूसरे को गले लगाने का संदेश देता है। ईद, वास्तव में सामाजिक समरसता का त्यौहार है।
वहीं आरक्षी अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा ने खुशी के इस पर्व को लोगों से सद्भाव के साथ मनाने की अपील की है। उन्होंने कोरोना संक्रमण को देखते हुए लोगों से घरों में ही नमाज अदा करने और देश -प्रदेश की तरक्की, खुशहाली और अमन-शांति के लिए दुआ करने की अपील भी की।