शुक्रवार की सुबह को दुर्गापुर में सभी लोग उस वक्त स्तब्ध रह गए
जब विश्वनाथ पड़ियाल की पत्नी तृणमूल प्रार्थी रुमा पड़ियाल,
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष के साथ हाथ मिलाने के लिए आगे बढ़ी।
दिलीप घोष ने भी रुमा पड़ियाल का सम्मान करते हुये मंच से ही झुक कर उनसे हाथ मिलाया।
भाजपा की एक सभा के दौरान हुआ यह वाकया
शुक्रवार (4 अगस्त) की सुबह दुर्गापुर स्टेशन से संलग्न भारतीय जनता पार्टी की ओर से एक सभा आयोजित की गई थी ।
भाजपा प्रार्थी के समर्थन में प्रचार करने दिलीप घोष मंच पर उपस्थित थे।
इसी दौरान उधर से विश्वनाथ पड़ियाल की पत्नी तृणमूल प्रार्थी रुमा पड़ियाल भी अपने काफिले के साथ गुजर रही थी।
दिलीप घोष को मंच पर देख कर वो गाड़ी से उतर कर मंच की ओर बढ़ी।
हाथ जोड़ते हुये रुमा पड़ियाल मंच की ओर बढ़ी।
दिलीप घोष ने भी इस अप्रत्याशित घटना पर हाथ जोड़कर रुमा पड़ियाल का अभिवादन किया।
फिर रुमा पड़ियाल ने हाथ आगे बढ़ा दिया।
दिलीप घोष ने भी मंच पर से झुक कर रुमा पड़ियाल से हाथ मिलाया।
उसकी बाद दोनों में कोई संक्षिप्त बात हुयी।
फिर रुमा पड़ियाल अपने काफिले के साथ आगे निकल गयी और पीछे छोड़ गयी एक और नया मोड़।
दिलीप घोष ने विश्वनाथ पड़ियाल को मेयर पद का प्रस्ताव देने बात मंच से स्वीकारी थी
ठीक एक दिन पहले गुरुवार (3 अगस्त ) को दुर्गापुर स्टील मार्केट मोड़ के समीप एक सभा में दिलीप घोष ने किया था खुलासा।
मंच से उन्होने कहा था कि विश्वनाथ पड़ियाल अब न घर के रहे और न घाट के।
उन्होने कहा था कि पड़ियाल को भाजपा में आने का और मेयर पद का प्रस्ताव दिया था,
लेकिन पड़ियाल कि बुद्धि भ्रष्ट हो गयी और वे फिर से तृणमूल का ही प्रचार करने लगे और
अपनी पत्नी को तृणमूल से प्रार्थी बना दिया।
दुर्गापुर की राजनीति में नया मोड़ , अब किस करवट बैठेगी ऊंट
इस घटनाक्रम ने दुर्गापुर की राजनीति में एक नयी हलचल पैदा कर दी है।
लोग कयास लगा रहे हैं कि विश्वनाथ पडियाल भाजपा का दामन पकड़ सकते हैं।
रोमा पड़ियाल ने अटकलों पर लगाया विराम
इधर रोमा पड़ियाल ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुये इसे एक औपचारिक मुलाक़ात बताया।
गौरतलब है कि रोमा पड़ियाल दुर्गापुर 30 नंबर वार्ड से प्रार्थी हैं।
अब उनके इस औपचारिक मेल-मिलाप को वार्ड के लोग किस नजर से देखते हैं यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा।
पाण्डेश्वर में भी घट चुकी है ऐसी घटना
इसी तरह की एक घटना प0 बंगाल के पाण्डेश्वर विधानसभा क्षेत्र में भी हो चुकी है जब चुनाव प्रचार के दौरान
तृणमूल प्रत्याशी मेयर जितेंद्र तिवारी और भाजपा प्रत्याशी जीतेन चटर्जी आमने-सामने हो गए ।
उस वक्त भी दोनों ने हाथ मिलाये थे। उस वक्त भी इस पर काफी चर्चा हुयी थी।
मेयर जितेंद्र तिवारी ने इसे महज एक औपचारिक मुलाक़ात बताया था।
जितेंद्र तिवारी कड़ी टक्कर से चुनाव जीत गए थे।
घटना के करीब डेढ़ वर्ष बाद फिर ऐसा ही वाकया सामने आया है।
अब देखना है कि चुनाव नतीजे भी इतिहास को दुहराते हैं या इस बार कुछ अलग होता है।
-दुर्गापुर संवाददाता, फोटो क्रेडिट : मंडे मॉर्निंग
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