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चिकित्सक की लापरवाही के कारण छात्रा की मौत के बाद मचा बवाल, तोड़फोड़

आसनसोल। पश्चिम बंगाल आसनसोल बाराबनी विधानसभा के लालगंज इलाके में स्थित क्लिनिक में इलाके के शौकड़ों लोगों ने जमकर बवाल काटा है, लोगों ने क्लिनिक के चिकित्सक दिविजेन भुई के ऊपर इलाज में लापरवाही करने का गंभीर आरोप लगाया है।

परिजनों का आरोप है कि लालगंज की रहने वाली 17 वर्षीय एचएस की छात्रा शुक्ला मंडल को पाँच दिन पहले बुखार होने के बाद इलाज के लिये क्लिनिक लेकर आए, जहाँ इलाज के दौरान छात्रा की तबियत ठीक होने के बजाय और भी बिगड़ती चली गई, जिसके बाद छात्रा की स्थिति बिगड़ता देख परिजनों ने छात्रा को दुर्गापुर स्थित आईक्यू सिटी अस्पताल लेकर गए, जहाँ चिकित्सकों ने छात्रा की स्थिति को देख अपने हाथ खड़े कर लिये साथ ही चिकित्सकों ने उनके परिजनों को पूछा की वह छात्रा का इलाज कहाँ करवा रहे थे, तब छात्रा के परिजनों ने बताया कि वह इलाके के ही एक क्लिनिक में छात्रा की इलाज करवा रहे थे, जिसके बाद चिकित्सकों ने बताया कि छात्रा की इलाज के दौरान काफी लापरवाही बर्ती गई है, जिस कारण छात्रा की स्थिति काफी बिगड़ चुकी है, फिर भी वह अपनी तरफ से कोशिश कर रहे हैं, की छात्रा की जान बच सके, हालांकि चिकित्सकों ने यह साफ कह दिया की छात्रा का जो अभी मौजूदा स्थिति है, उस स्थिति को देख उसको बचा पाना काफी मुश्किल है, वहीं चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया पर इलाज के दौरान छात्रा की जान नहीं बचाई जा सकी।

छात्रा की मौत के बाद छात्रा के परिजनों के साथ -साथ इलाके के सैकड़ों लोगों ने लालगंज स्थित क्लिनिक पर हल्ला बोल दिया, और क्लिनिक के बाहर जमकर बवाल मचाया। क्लिनिक के बाहर इलाके के लोगों द्वारा हो रहे हो-हंगामे के बीच गुस्साए लोगों ने क्लिनिक में जमकर तोड़फोड़ भी की, वहीं घटना की खबर सुन मौके पर नौर्थ थाना व कन्यापुर पुलिस फांड़ी पहुँच स्थिति को नियंत्रण करने की जी तोड़ प्रयास कर रही है।

स्थानीय लोग का आरोप बिना लाइसेंस के ही चल रहा क्लिनिक

स्थानीय लोग क्लिनिक के चिकित्सक दिवीजेन भुई के ऊपर यह भी आरोप लगा रहे हैं की उनके क्लिनिक का लाइसेंस नहीं है जिसके बावजूद दिवीजेन भुई अवैध रूप से क्लिनिक को चला रहे हैं, साथ ही उनका यह भी आरोप है कि डॉक्टर दिवीजेन भुई एक आरएमपी डॉक्टर है उनका बेटा भी उनके इस काम में शामिल है, और पैसों के लालच में दोनों बाप बेटे इलाज करवाने आए मरीजों के साथ कुछ इस तरह का ही काम करते हैं।

उनका आरोप है कि क्लिनिक में अक्सर ज्यादातर मरीजों को सैंपल मेडिसिन दिया जाता है, और उस मेडिसिन की कीमत मनचाहे तरीके से वसूला जाता है, ऐसे में सैंपल मेडिसिन किसी मरीज को सूट कर गया तो ठीक है अगर नहीं सूट किया तो उन मरीजों का कुछ इसी तरह का हाल हो जाता है, अगर समय पर लोग अपने मरीजों को किसी अच्छे अस्पताल में इलाज करवाने लेकर चले जाते हैं तो उनके मरीजों की स्थिति सुधर जाती है, अगर वह इन चिकित्सकों के भरोसे रह जाते हैं तो उनको उनके मरीजों की जान से हाथ धोना पड़ता है, फिलहाल पुलिस मामले की जाँच में जुट गई है और क्लिनिक के बाहर बवाल कर रहे लोगों को यह आश्वासन दे रही है कि उनके आरोपों पर वह जाँच करेगी और दोसी पाए जाने पर करवाई भी होगी।

Last updated: फ़रवरी 12th, 2023 by Rishi Gupta