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नौकरी के लिए मेडिकल जांच कराने आए दो युवकों को आरपीएफ़ ने किया गिरफ्तार

फर्जी नौकरी के लिए मेडिकल जांच कराने आए आरोपी एवं चित्तरंजन आरपीएफ़ प्रभारी एके गौड़

फर्जी नौकरी के लिए मेडिकल जांच कराने आए आरोपी एवं चित्तरंजन आरपीएफ़ प्रभारी एके गौड़

चित्तरंजन, कस्तूरबा गांधी अस्पताल में फर्जी कागजात लेकर मेडिकल परिक्षा देने पहुंचे युवको को आरपीएफ ने हिरासत में लिया।

दिल्ली से संचालित रेलवे में फर्जी नौकरी दिलाने का वाले गिरोह का खुलासा

फर्जी कागजात बना कर भोले भाले नौजवान युवाओं को पैसे लेकर नौकरी दिलाने का फर्जीवाड़ा बदस्तूर जारी है। शनिवार(28 अक्टूबर) को चित्तरंजन रेलनगरी में एक ऐसा ही मामला प्रकाश में आया है। दलाल के झांसे में आकर फर्जी कागजात पर मेडिकल परीक्षा के लिए आये चिरेका के कस्तुरवाॅ गांधी अस्पताल से दो युवक को आरपीएफ ने हिरासत में लिया। पुछताछ के बाद दोनों युवको को चित्तरंजन पुलिस को सौप दिया। दोनों आरोपी दिल्ली के ही रहने वाले हैं। दक्षिण पश्चिम दिल्ली के पालम इलाके का निवासी 19 वर्षीय आरोपी करण मल्लाह पिता बाल किशन एवं उत्तर पश्चिम दिल्ली के करतार नगर, गाढ़ी मेन्डु इलाके का निवासी 25 वर्षीय आरोपी राहुल पिता चन्दन शेखर को हिरासत में लिया गया है।

कस्तूरबा गांधी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के चैम्बर में अपना मेडिकल परीक्षा के लिए पंहुचे थे

इस संदर्भ में आरपीएफ टाउनपोस्ट प्रभारी ए के गौड़ ने बताया कि शनिवार को कस्तूरबा गांधी अस्पताल के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी के चैम्बर में दोनों युवक अपना मेडिकल परीक्षा के लिए पंहुचे थे। दोनों के पास से चिरेका के मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा जारी मेडिकल परिक्षा का काॅल लेटर था। दोनों के पास से फर्जी काॅल लेटर पाये जाने के बाद मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी (सीएमएस) ने आरपीएफ को सुचित किया। मौके पर पहुच कर आरपीएफ ने दोनों युवको को हिरासत में लेकर जांच पड़ताल किया। जांच के दौरान दोनों के पास से रेलवे में टिकट कलेक्टर पद पर नियुक्ती के लिए मेडिकल कराने का फर्जी काॅल लेटर एवं दिल्ली के केरियर एडमिशन काउंसलिंग के निदेशक का विजिटिंग कार्ड बरामद किया गया।

रेलवे में टिकट कालेक्टर पद पर नौकरी के लिए के लिए मेंडिकल परिक्षा का काॅल लेटर था उनके पास

पुछताछ के दौरान पता चला कि नई दिल्ली के प्रीतमपूरा इलाके में स्थित केरियर एडमिशन काउंसलिंग द्वारा टिकट कलेक्टर पद पर नियुक्ती पत्र निर्गत किया गया था। इसके लिए चिरेका केजी अस्पताल में मेडिकल परिक्षा देने पहुचे थे। गौढ़ ने बताया कि दोनों युवको से गहन पुछताछ करने पर दोनों ने बताया कि केरियर एडमिशन काउंसलिंग के निदेशक उज्जवल सिंह ने सरकारी नौकरी दिलाने के लिए 17/10/2017 को आवेदन पत्र भरवाया था और 18/10/2017 को रेलवे में टिकट कालेक्टर पद पर नौकरी के लिए के लिए मेंडिकल परिक्षा का काॅल लेटर दिया और दोनों से 50-50 हजार रुपये लिए थे।

दोनों आरोपी पुलिस हिरासत में , मुख्य आरोपी की तलाश तेज

दोनों युवक को चित्तरंजन पुलिस को सौप दिया गया है। मामले में चित्तरंजन थाना प्रभारी राजकुमार मालाकार ने बताया कि जांच में दोनों युवक को गवाह बनाया गया है उसी के आधार पर मुख्य आरोपी उज्जवल सिंह को बनाया गया है जिसके विरुद्ध में चित्तरजन थाना में कांड संख्या 44 दिनांक 28/10/2017 के तहत 420, 465, 468, 471 आईपीसी  धारा के तहत मामला दर्ज किया गया है।

Last updated: अक्टूबर 31st, 2017 by kajal Mitra