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जब से होश संभाला है , आज पहली बार इस सड़क का निर्माण होने जा रहा है:

वक्तव्य देते हुये विशुनदेव नोनिया। साथ में हैं पंचायत समिति सदस्या चाइना गोप, पश्चिम बर्धमान जिला परिषद महिला एवं शिशु कल्याण विभागाध्यक्ष रेणु देवी नोनिया , चक्रधर सिंह चंचल एवं अन्य लोग

वक्तव्य देते हुये विशुनदेव नोनिया। साथ में हैं पंचायत समिति सदस्या चाइना गोप, पश्चिम बर्धमान जिला परिषद महिला एवं शिशु कल्याण विभागाध्यक्ष रेणु देवी नोनिया , चक्रधर सिंह चंचल एवं अन्य लोग

जब से होश संभाला है , आज पहली बार इस सड़क का निर्माण होने जा रहा है। किसी जमाने में कांग्रेस के शासनकाल में शायद यह सड़क बनी होगी । उसके बाद 34 वर्ष वां मोर्चा के बीत गए और 7 वर्ष वर्तमान सरकार के। जबकि यह सड़क बहुत व्यस्त है और प्रतिदिन इस सड़क से सैकड़ों गाडियाँ पार करती है फिर भी यह सड़क आज तक उपेक्षित था। अंडाल के काजोड़ा में एक सड़क के शिलान्यास  के दौरान तृणमूल नेता विशुनदेव नोनिया ने कही । बीते मंगलवार को 40 लाख के बजट से प्रस्तावित काजोड़ा डायमंड क्लब से लेकर सिदुली तक के लिए नारियल फोड़कर 3 की0मी0 की एक सड़क निर्माण का उद्घाटन पश्चिम बर्धमान जिला परिषद महिला एवं शिशु कल्याण विभागाध्यक्ष रेणु देवी नोनिया ने की।  विशुनदेव नोनिया ने बताया की  दूरी एवं सड़क की व्यस्तता को देखते हुये 40 लाख का बजट बहुत ही कम है । एक अन्य सड़क के फंड से बचे हुये 25 लाख रुपए भी इस सड़क में जोड़ दिये जाएँगे। एवं ईसीएल से भी इस सड़क के लिए फंड आवंटित करने का प्रयास जारी है। उन्होने कहा कि आज मुख्यमंत्री ने एक साथ पूरे पश्चिम बंगाल में 12 हजार कि0मी0 सड़क निर्माण का उद्घाटन किया है। पश्चिम बंगाल के विकास के लिए  मुख्यमंत्री लगातार काम कर रही है और यह उसी कड़ी  का हिस्सा है।

नारियल फोड़कर सड़क निर्माण का उंद्घाटन करती जिला परिषद महिला एवं शिशु कल्याण विभागाध्यक्ष रेणु देवी नोनिया, साथ में हैं विशुनदेव नोनिया, काजोड़ा ग्राम पंचायत के प्रधान, एवं अन्य तृणमूल नेतागण

गौरतलब है कि काजोड़ा स्टेशन से खास काजोड़ा कि ओर जाने वाली यह सड़क वर्षों की अपनी बदहाली को झेल रही है। एक नजर में इसे देखकर कोई सड़क कह ही नहीं सकता है । यह ग्रामीण कच्चा रास्ता सा प्रतीत होता है। जबकि इस सड़क से हर रोज सैकड़ों गाडियाँ गुजरती है जिसमें कि ईसीएल की कोयला लदी ट्रक भी शामिल है। यह काजोड़ा का बहुत ही महत्वपूर्ण सड़क है। आगे में तीन कोलियरियाँ हैं जिसका कोयला इसी मार्ग से होकर निकलता है। इस रास्ते से हर रोज ईसीएल के वरिष्ठ अधिकारी गुजरते हैं लेकिन आज तक ईसीएल ने इस सड़क के लिए एक फूटी कौड़ी भी नहीं दिया है। इस सड़क निर्माण के लिए कई बार आंदोलन हुये , ईसीएल की गाड़ियाँ रोकी गयी पर सब व्यर्थ ।अब जब विशुनदेव नोनिया ने कहा है कि ईसीएल से  इस सड़क के लिए फंड पास होने वाला है तो यह  बहुत खुशी की बात है लेकिन इतने वर्षों तक इस क्षेत्र के लोग एक अदद सड़क के लिए तरसते रहे यह पिछली सरकार के लिए एक बहुत शर्म की बात है।

 

Last updated: फ़रवरी 14th, 2018 by Pankaj Chandravancee