शहर के सिटी सेंटर स्थित सुहटा के समीप एक रेस्तरां के चिमनी में सोमवार के दोपहर आग लगने से अफरा-तफरी मच गई. समय पर फायर ब्रिगेड के एक इंजिन पहुँच कर आग पर जल्द काबू पाने से रेस्तरां में कम नुकसान हुआ. फायर बिग्रेड के अधिकारी ने बताया कि चिमनी की सफाई समय पर नहीं होना के कारण ही आग लगी है. चिमनी में आयल स्मोक जमा होने के कारण ही यह घटना हुई.
समय पर आग पर काबू पा लेने से बड़ा क्षति होने से बच गया. रेस्तरां के प्रबंधक प्रेम झा ने बताया किसी भी तरह से कोई नुकसान नहीं हुआ है. चिमनी में लगी आग पर फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने जल्द काबू पा लीया. दूसरे तरफ स्थानीय लोगों ने बताया कि सिटी सेंटर में 2 महीना पहले आग लगने की दुर्घटना घट चुकी है. इसके बाद नगर निगम की ओर से सिटी सेंटर के इलाके में तथा बिधाननगर और बेनाचिटी इलाके में अभियान चलाया गया था,
जिसमें उप-मेयर अनिंदिता मुखर्जी, धर्मेंद्र यादव, इलेक्ट्रिक डिपार्टमेंट के अधिकारी मौजूद थे. अभियान के दौरान कुछ मॉल में इलेक्ट्रिक की व्यवस्था ठीक नहीं होने के कारण उन सबों को चेतावनी भी दी गई थी कि 2 महीना का समय है, इसमें आप ठीक करा ले. इसके बाद नगर निगम ने चुप्पी साध लिया. फिर घटना पंथा शाला रेस्तरां में हुई है. अब सवाल उठता है कि यह एक बङा हादसा होने से टल गया.
यदि आग की लपटें तेज होती तो पास में पेट्रोल पंप में आग लग सकती थी. जो काफी खतरनाक साबित होता. रेस्तरां में 10 से 12 सिलेंडर मौजूद थे. लोगों ने बताया कि किस आधार पर प्रशासन ने पेट्रोल पंप के समीप रेस्तरां बनाने का अनुमति दिया है.