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71 वें गणतन्त्र दिवस पर चिरेका प्रमुख ने दी तिरंगे को सलामी कहा चिरेका ने पूरे किए 70 गौरवशाली वर्ष

चित्तरंजन/सालानपुर। चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना (चिरेका) के ओवल मैदान में71वें गणतंत्र दिवस और चिरेका के 70 गौरवशाली वर्ष का उत्सव एक साथ हर्ष और उल्लास के साथ 26जनवरी2020को मनाया गया.

प्रवीण कुमार मिश्रा,महाप्रबंधक / चिरेका ने ओवल मैदान में आयोजित मुख्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया. सुनीता मिश्रा,अध्यक्षा,चिरेका/ महिला कल्याण संगठन एवं अन्य सदस्याएं उपस्थित थीं. इस अवसर पर आरपीएफ के जवान,भारत स्काउट्स एवं गाइड़्स के स्वयंसेवकों,नागरिक सुरक्षा संगठन के सदस्यगण एवं सेंट जॉन एम्बुलेंस ब्रिगेड द्वारा परेड की प्रस्तुति की गयी.

गणतन्त्र दिवस पर नृत्य पेश करती बालिकाएँ

अपने संबोधन में,महाप्रबंधक महोदय ने स्वतंत्रता सेनानियों के प्रयासों की चर्चा की, जिसके फलस्वरुप भारत एक स्वतंत्र,संप्रभु गणराज्य बना. उन्होंने,चिरेका के इतिहास में के दिन की महत्त्व की चर्चा करते हुए भी कहा कि ही के दिन, 26जनवरी, 1950को चिरेका में वाष्प रेलइंजनों का उत्पादन प्रारंभ हुआ था. चिरेका के गर्व और हर्ष की बात है कि चिरेका ने सफलता और निरंतरता के70गौरवशाली शानदार वर्ष की शिखर यात्रा पूरी कर ली है. साथ ही 70 सेवानिवृत कर्मचारियों को चिरेका प्रशासन द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया.

उन्होंने बताया कि विद्युतीकरण की नीति के तहत शत –प्रतिशत विद्युत रेल इंजन के मांग को पूरा करने हेतु हमने कैलेंडर वर्ष 2019 में जनवरी से दिसम्बर तक 12 महीनों में 446 रेलइंजिनों का रिकार्ड उत्पादन का कीर्तिमान स्थापित किया . जो इस इकाई की संस्थापित क्षमता 200 रेलइंजिनों के दुगने से भी अधिक है. वर्तमान वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए रेलवे बोर्ड द्वारा 390 रेलइंजिनों का उत्पादन का लक्ष्य है.

उन्होंने,आगे कहा कि मुझे यकीन है हमारे समर्पित अधिकारियों और कर्मचारियों की मदद से हम न केवल इस लक्ष्य को प्राप्त करेंगे,अपितु 402 रेलइंजन उत्पादन के पिछले कीर्तिमान को पार करके एक और नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे.

उन्होंने आगे बताया कि लिम्का बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स ने एक वित्तीय वर्ष में 402 रेलइंजिनों के रिकॉर्ड उत्पादन की उपलब्धि को दर्ज किया है. चिरेका , भारतीय रेलवे की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए तथा सर्वश्रेठ बने रहने के लिए नवीनतम तकनीक को अपनाया है. 160 किमी / घंटे की रफ़्तार से चलने वाला पहले हाई स्पीड लोको डब्लू ए पी 7, 30750 का ट्रायल रन सफलता पूर्वक पूरा किया गया है और साथ ही आर डी एस व द्वारा 200 किमी / घंटे की रफ़्तार के लिए निर्मित डब्लू ए पी 5, 30164 क्रू वौइस् और वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम के साथ एयरोडायनामिक डिजाईन वाले पहले हाई स्पीड लोको डब्लू ए पी 5 लोको का ट्रायल रन शीघ्र ही किया जायेगा. इसी वर्ष, 9000 एचपी उच्च हार्स पॉवर का दूसरा मालवाही रेल इंजन निर्मित हुआ. हमें प्रसंन्नता है कि राजधानी रेक के दोनों, पुश पुल ऑपरेशन की तकनीक के साथ राजधानी , शताब्दी जैसी ट्रेनों में उपयोग कर समय संचालित बचत की जा रही है. चिरेका के रेलवे विद्यालयों एवं अन्य विद्यालयों के बच्चों द्वारा ओवल मैदान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये.

चिरेका महिला कल्याण संगठन द्वारा संचालित शिशु विहार,आशा किरण, स्पास्टिक केंद्र एवं अन्य इकाइयों में भी गणतंत्र दिवस मनाया गया. सुनीता मिश्रा,अध्यक्षा,चिरेका महिला कल्याण संगठन ने अपने अन्य सदस्यों के साथ कस्तूरबा गाँधी अस्पताल के मरीजों के बीच फल और अन्य उपयोगी वस्तुएं वितरित किये.

रेल सुरक्षा बल के सशस्त्र वाहिनी के मुख्यालय पर महाप्रबंधक महोदय ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया तथा रेल सुरक्षा बल के परेड़ की सलामी लीं. गणतंत्र दिवस के अवसर पर चित्तरंजन में प्रशासनिक भवनों तथा विशेष स्थलों को रंगीन – रौशनी से सजाया गया.

Last updated: जनवरी 27th, 2020 by Guljar Khan