चौपारण प्रखंड के पाण्डेयबारा पंचायत के ग्राम केसठ में संचालित सरकारी स्कूल उत्क्रमित उर्दू उच्च विद्यालय में पोषक क्षेत्र का हवाला देकर नामांकन नही किया जाना एक विचारणीय प्रश्न है। पाण्डेयबारा पंचायत के ही कमलवार जो स्कूल से महज कुछ ही दूरी पर अवस्थित है के बच्चों का भी नामांकन नही हो पाता है। सरकार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए गांवों में सरकारी स्कूल और पंचायत में मीडिल स्कूल को उत्क्रमित उच्च विद्यालय बनाने पर जोर दे रही है। साथ ही पंचायत ही नही कहीं का भी बच्चा अपने क्षेत्र के किसी भी स्कूल में नामांकन करवा कर पढ़ सकता है। इसके बाद भी उउवि केसठ में पोषक क्षेत्र बताकर बच्चों को नामांकन न कर शिक्षा से वंचित किया जा रहा है। स्कूल के कार्यकलाप से अब बच्चे अपनी इच्छा अनुसार किसी भी विद्यालय में नामांकन नहीं ले सकते हैं। सूत्रों का माने तो केसठ उत्कर्मित उर्दू उच्च विद्यालय हमेशा से विवादों में घिरा रहा है। केसठ व कमलवार के अभिभावकों ने कहा कि नामांकन प्रक्रिया में उत्कर्मित उर्दू उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक मोहम्मद शोएब अहमद ग्रामीणों अभिभावकों से भीड़ जाया करते है। इस दिनचर्या को देख केसठ उत्कर्मित उर्दू उच्च स्कूल में ग्रामीण अभिभावकों के द्वारा बैठक रखी गई। जिसमे कमलवार, केसठ के ग्रामीण एवं मुख्य रूप से विधायक प्रतिनिधि रामफल सिंह, पाण्डेयबारा मुखिया प्रतिनिधि वासुदेव साव, समाजसेवी मोहम्मद जुबेर, अतहर हुसैन विद्यालय के अध्यक्ष मो० कमरुद्दीन, उपाध्यक्ष इशरत प्रवीण, खान साहब एवं कई ग्रामीण उपस्थित थे।
वही प्रधानाध्यापक शोएब अहमद का कहना है पोषक क्षेत्र के बाहर बच्चे का नामांकन हम अपने स्कूल में नहीं लेंगे। उनका कहना है कि हमारे स्कूल में जगह एवं शिक्षक की घोर कमी है।