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डानकुनी रेल इंजन कारख़ाना ने इस वित्त वर्ष किया रिकॉर्ड 50 इंजन का उत्पादन

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फाइल फोटो (चित्तरंजन रेल इंजन कारख़ाना से डब्ल्यूएपी -7 को रवाना करते हुये महाप्रबंधक प्रवीण कुमार मिश्रा )

चित्तरंजन/डानकुनी : चित्तरंजन रेलइंजन कारखाना(चिरेका) की डानकुनी इकाई ने फिर एक बार ऐतिहासिक सफलता हासिल करते हुए वित्तीय वर्ष 2017 -18 के 25 रेल इंजन निर्माण के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ते हुए वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2018 -19 में 50 वाँ रेकॉर्ड रेल इंजन को तैयार कर आज रवाना कर दिया है. चिरेका की सक्रिय इकाई, डानकुनी, कोलकाता, पश्चिम बंगाल में अवस्थित है.

जहाँ अबतक मालगाड़ी यातायात को ध्यान में रखते हुए बड़ी संख्या में 3 -फेज 6000 एच पी के मालगाड़ी रेल इंजन तैयार किये जाते है. भारतीय रेल के विज़न 2020 के लक्ष्य के अनुसार 10 वर्ष के समय चक्र में भारी संख्या में रेल इंजन की आवश्यकता पड़ेगी.

चिरेका,चित्तरंजन में बनाये जा रहे विद्युत रेल इंजिनों में वृद्धि के तौर पर डानकुनी स्थित इकाई को स्थापित किया गया था. जिससे की ज्यादा संख्या में रेल इंजिनों का उत्पादन हो सके. चित्तरंजन से 3 -फेज रेल इंजिनों के उत्पादन में सहयोग प्रदान करने के लिए ईएलएएयू, डानकुनी की स्थापना की गयी थी.

वित्तीय वर्ष 2016 -17 में 12 विद्युत रेल इंजिनों के उत्पादन के साथ (ईएलएए), डानकुनी ने अपना सफर आरम्भ किया था.

इसी उत्पादन श्रृंखला की जारी रखते हुए वित्तीय वर्ष 2017 -18 में 25 एवं वर्त्तमान वित्तीय वर्ष 2018 -19 में रिकॉर्ड 50 विद्युत रेल इंजन निर्माण में सफलता हासिल कर कीर्तिमान रच डाला.इस अवसर पर प्रवीण कुमार मिश्रा ,महाप्रबंधक, चिरेका ने डानकुनी इकाई के इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम प्रशंसा की ओर बधाई दी है.

Last updated: मार्च 31st, 2019 by kajal Mitra