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दो दिनों की शांति के बाद रानीगंज में फिर मच गयी भगदड़

फाइल फोटो ( रानीगंज दंगा प्रभावित क्षेत्र में गस्ती लगाते विशेष सुरक्षा बल )

26 मार्च 2018 को रामनवमी जुलूस के दौरान भड़की हिंसा के बाद से रानीगंज की स्थिति सामान्य हो रही है। दुकान-पाट खुल रहे हैं उसी बीच आज एक अफवाह से पूरे रानीगंज भीषण भगदड़ मच गयी। फटाफट दुकानें बंद होने लगी। लोग अपने घरों की ओर भागने लगे और मात्र कुछ ही मिनटों में पूरे रानीगंज में सन्नाटा पसार गया ।

यह थी वास्तविक घटना

दरअसल हुआ यह कि दंगे का शुरूआती केंद्र रानीगंज के हील बस्ती में आज करीब 4 बजे एक ट्रांसफार्मर में आग लग गई । ट्रांसफार्मर में आग लगने की धमक पूरे रानीगंज में अफवाह के रूप में फैल  गई। इसी बीच जब दमकल की  गाड़ी घंटी बजाते हुये वहाँ जाने लगी तो भगदड़ ने ज़ोर पकड़ लिया और सभी एक दूसरे के पीछे भागने लगे। इसी बीच पुलिस ने बार-बार माइकिंग कर लोगों से शांत रहने की  अपील की लेकिन लोग इतने घबराए हुये थे कि किसी ने भी इस पर ध्यान नहीं दिया और सभी भगदड़ में भागते रहे है। बाद में हमारे संवाददाता ने भी घटनास्थल पर जाकर देखा कि यह तो ट्रांसफार्मर जला हुआ है।

भागो दुनिया उलट रही

इस घटना से बचपन की वो कहानी याद आ गयी जिसमें एक खरगोश जंगल में एक पेड़ के नीचे लेटा सोंच रहा था कि यदि दुनिया उलट जाये तो क्या होगा ? और उसी समय पेड़ से एक फल सूखे पत्ते पर गिरता है और तेज आवाज होती है जिससे घबरा कर खरगोश भागते है रास्ते में बंदर मिलने पर कहता है कि दुनिया उलट रही है भागो। बंदर भी भागने लगता है और वह भालू से कहता है कि दुनिया उलट रही है भागो इसी प्रकार पूरा जंगल भागने लगता है और जब रास्ते में शेर मिलता है तो उसे भी सभी कहते हैं कि दुनिया उलट रही है लेकिन शेर जब बारी-बारी से सभी पूछता है तो पता चलता है कि सबसे पहले खरगोश ने दुनिया उलटने कि बात बताई थी और जब जाकर उस पेड़ के पास देखा जाता है तो वहाँ। सूखे पत्तों पर बड़ा सा फल गिरा हुआ था।

क्या दिलों की  दूरियाँ मिट पाएगी

यह तो बात हंसी की  हुयी लेकिन इस घटना से यह भी पता चलता है कि सांप्रदायिक हिंसा की  इस घटना ने रानीगंज वासियों के मन-मस्तिस्क को कितनी गहरी चोट पहुँचाई है। डर किस कदर उनके दिमाग में बैठ गया है कि एक अफवाह से पूरा रानीगंज खाली हो गया। रानीगंज पहले तो ऐसा नहीं था। इस घटना से उबरने में रानीगंज को काफी समय लग जाएगा पर क्या सांप्रदायिक नफरत कि जो रेखा खींची गयी है वो कभी मिट पाएगी।

Last updated: सितम्बर 22nd, 2019 by Raniganj correspondent