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दो समुदायों में विवाद और रानीगंज शहर जल उठा, दर्जनों दुकानें स्वाहा, 40 घायल

उपद्रव करते बाहरी तत्व

पुलिस अधिकारी पर लाठी से हमला

रानीगंज -रानीगंज थान क्षेत्र के राजाबांध में शनिवार को रामनवमी के उपलक्ष्य पर जुलूस निकाला गया था, जहाँ छोटी सी बात को लेकर जुलूस लोगों का एक समुदाय के लोगों के साथ विवाद हो गया, यह विवाद धीरे-धीरे हिंसक झड़प में तब्दील हो गई. आरोप है कि जुलूस में से कुछ लोगों ने रानीगंज थाना के एक पुलिस अधिकारी पर लाठी से हमला कर दिया, जिससे उनका सर फट गया और वे लहूलुहान हो गए,तत्काल उन्हें स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहाँ उनके सर में टाका लगा और उपचार किया गया.

जुलूस पर हुआ पथराव

घटना के विषय में मिली जानकारी के अनुसार रामनवमी का जुलूस निर्धारित समय से बताये गए रूट अनुसार चल रही थी , लेकिन पुलिस-प्रशासन के कड़े निर्देश के बावजूद जुलूस में शामिल कुछ लोग धारदार हथियार लिए हुए थे और काफी तेज ध्वनि के साथ डीजे भी बजायी जा रही थी. जुलूस जैसे ही राजबांध पहुँचा तो वहाँ कुछ युवक खड़े थे, जुलूस में शामिल लोगों का आरोप है कि वे सभी युवक मुस्लिम समुदाय के थे. उन्हें देख जुलूस में शामिल लोग एतराज जताने लगे और पुलिस को उन्हें हटाने को कहा गया. रानीगंज थाना के पुलिस अधिकारी अनिंदो सेन ने बताया कि वे जैसे ही उन युवकों को हटाने के लिए मुड़े थे, तभी जुलूस में शामिल एक युवक पीछे से उनके सर पर लाठी से वार कर दिया, जिससे वे घायल हो गए एवं उन्हें अस्पताल ले जाया गया। उसके बाद जुलूस आगे बढ़ी तो आस-पास के घरों के छतों से उनपर पथराव किया गया। बदले में जुलूस में शामिल लोग भी पत्थर उठा कर घरों में फेंकने लगे ।

फिर शुरू हुई बमबाजी एवं आगजनी

बम हमले में घायल पुलिस अधिकारी

पथराव तक ही बात नहीं रुकी । मिली जानकारी के अनुसार डीजे वाली गाड़ी पर बम फेंके गए जिसमें करीब चार लोगों के बहुत गंभीर रूप से घायल होने की खबर है। इससे तनाव काफी बढ़ गया और इस विवाद में पुलिस अधिकारी सहित 40 लोग घायल हुए। वहीं लगभग 1 दर्जन से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की गई, 20 से भी अधिक दुकानों को जला दिया गया। घंटों दोनों संप्रदाय की ओर से ईंट पत्थर चली एवं बमबाजी भी की गई रानीगंज के सब्जी मंडी में  आग लगा दी गई। इसके अलावा भी एतवारी मोड़ बाजार में कई दुकानों में आग लगा दी गई। रानीगंज का राजाबांध, शिव मंदिर रोड, इतवारी मोड़ इलाका रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। घंटों उपद्रवियों ने तांडव किया, कई दुकानों में लूट की गई।

भारी संख्या में पहुँचे अतिरिक्त पुलिस बल

खबर पाकर पुलिस एवं रैफ के जवान पहुँचे। लगभग एक दर्जन आँसू गैस छोड़े गए, पत्थर समझ कर हाथ से रोकने गए बम के प्रहार से आसनसोल दुर्गापुर पुलिस कमिश्नरेट एडीसीपी हेड क्वार्टर अरिंदम दत्ता चौधरी का दाहिना हाथ बम से उड़ गया। उन्हें इलाज के लिए दुर्गापुर के मिशन अस्पताल में भर्ती कियागया है। बार बार पुलिस पर भी हमला करने से नहीं चूके उपद्रवी। दमकल का एक इंजन भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया । दो मोटरसाइकिल जला दी गई। हील बस्ती एवं  कोड़ा पड़ा आतंक से पूरा मोहल्ला खाली हो गई। लोग मोहल्ला छोड़कर पलायन हो गए ।

खबर पाकर आसनसोल नगर निगम के मेयर जितेंद्र तिवारी, जिला शासक सुशांक सेट्टी पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी नारायण मीणा उप मेयर तबस्सुम आरा SDM परले राय चौधरी चौधरी, चौधरी a d m a कादरी एडीसीपी सेंट्रल साएक दास अभिषेक मोदी रानीगंज पहुँचे एवं स्थिति को नियंत्रण करने का प्रयास किया स्थिति को शांत करने के लिए मेयर जितेंद्र तिवारी दोनों संप्रदाय के लोगों से बार-बार अपील करते देखे गए। वह राजा बांध मोड़ पर इस घटना को रोकने के लिए धरने पर भी बैठ गए। मेयर पर भी पथराव की खबर मिली है।

मामला शांत होने के बाद फिर हो गयी एक हत्या

शाम को जब मलय घटक मंत्री पहुँचे तो बाउड़ी पाड़ा, भगत पाड़ा के सैकड़ों महिलाओं ने उन्हें घेर लिया और शौच में गए मनोज सिंह मुखिया की  गला रेत कर हुयी  हत्या के विरोध में आक्रोश जताते हुए कहा कि जिस प्रकार से निर्मम हत्या कि गई और बमबारी इस क्षेत्र में की जा रही है एवं पुलिस का जो रवैया है वह बहुत सोचनीय है जब तक हम लोग को सुरक्षा के पुख्ता उपाय नहीं होगा हम लोग घेराव खत्म नहीं करेंगे काफी समय के पश्चात मलय घटक ने आश्वासन दिया। पुलिस बल को भेजा लेकिन इन तमाम घटनाओं के बावजूद भी रानीगंज में आज काफी आक्रोश देखने को मिल रही है समाचार लिखे जाने तक रानीगंज थाने में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है

रानीगंज घंटों रहा उपद्रवियों के हाथों

इस दौरान घंटों रानीगंज शहर इन उपद्रवियों के हाथों रहा. काफी संख्या में स्पेशल फ़ोर्स को बुलाया गया. लाठी चार्ज के साथ ही आँसू गैस के गोले दागे गए और क्षेत्र में धारा 144 लगा दिया गया. तब जाकर स्थिति काबू में आई. समाचार लिखे जाने तक संवेदनशील क्षेत्र को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है और पुलिस पिकेटिंग के साथ ही पेट्रोलिंग जारी है.

दोनों तरफ से थी पूरी तैयारी

स्थानीय लोगों ने कहा कि यहाँ सब पुर्नियोजित था. क्योंकि पुलिस द्वारा मना किये जाने के बावजूद जुलूस में धारदार हथियार लेकर लोग शामिल हुए थे, डीजे का प्रयोग भी तेज ध्वनी के साथ की जा रही थी, साथ ही भड़काऊ गाने बजाये जा रहे थे. दूसरी ओर जुलूस पर पत्थर से हमला करने के लिए भी उन्होंने पहले से जरूर पत्थर एवं बम जमा कर रखा था एवं । सबसे अहम् बात यह कि उपद्रवियों में कुछ बाहरी तत्व भी शामिल थे, जो अपने चेहरे को ढके हुए थे और बाद में उन्हें ही क्षेत्र में उपद्रव मचाते व दुकानों में आग लगाते देखा गया. मामला चाहे जो भी यह जाँच का विषय है कि घटना के समय उपद्रवियों के पास पिस्टल, बम आदि कहाँ से आये और पुलिस द्वारा पहले से इन्तेजाम क्यों नहीं किया गया था.

पुलिस की लापरवाही से घटी घटना

मेयर जितेन्द्र तिवारी ने कहा कि पुलिस-प्रशासन की सुस्त रवैये के कारण इतनी बड़ी घटना हो गयी. जबकि उन्हें ज्ञात था कि यह क्षेत्र संवेदनशील है, फिर भी पुलिस द्वारा लापरवाही बरती गई. उन्होंने कहा कि यह सब एक साजिश के तहत किया गया है, क्योंकि भाजपा अपने कार्यों के बल पर नहीं शहर में दंगो के बल पर सत्ता पाना चाहती है. उन्होंने कहा कि इस घटना के पीछे जो कोई होगा, पुलिस द्वारा जाँच कर कानून के तहत कार्यवाही होगी. किसी को बक्शा नहीं जायेगा. मेयर ने कहा बंगाल सौहार्द की मिशाल है और यहाँ के वातावरण को गन्दा नहीं करने दिया जायेगा.2

Last updated: मार्च 27th, 2018 by Raniganj correspondent