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नासूर बनी जाम की समस्या, कई बैठकों के बावजूद भी कोई निष्कर्ष नहीं

बैठक करते पुलिस व अन्य

जाम की समस्या को लेकर बैठक

रानीगंज : शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त करने एवं जाम की समस्या से शहरवासियों को निजात दिलाने को लेकर रानीगंज मारवाड़ी युवा सम्मेलन परिसर में शनिवार को रानीगंज पुलिस द्वारा एक बैठक आयोजित की गई. जहाँ ट्रैफिक पुलिस के एसीपी प्रशांत कुमार दास, रानीगंज ट्रैफिक पुलिस के प्रसनजीत बासक, मोoएलाल हुसैन, रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के राजेंद्र प्रसाद खेतान, अध्यक्ष ओमप्रकाश बागोरिया, कन्हैया सिंह, विजय खेतान, अरविंद सिंघानिया, प्रदीप बाजोरिया मुख्य रूप से उपस्थित थे।

रानीगंज थाना की पहल पर की गयी बैठक

इस बैठक को रानीगंज थाना की ओर से आयोजित किया गया था ।  पुलिस अधिकारी आनंद सेन गुप्ता की पहल पर इस बैठक का आयोजन किया गया। बताया जाता है कि रानीगंज बोरो चेयरपर्सन संगीता शारदा ने पुलिस प्रशासन को लिखित रूप से रानीगंज की जाम की समस्या से अवगत कराया था. जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों रानीगंज बोरो कार्यालय में निगम के चेयरमेन अमरनाथ चटर्जी के नेतृत्व में जाम की समस्या पर एक बैठक भी हुई थी, जिसमें रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से एक ज्ञापन भी सौंपा गया था. इन तमाम बातों को ध्यान में रखकर प्रशासन की ओर से आज बैठक की गई.

कई बार हुई बैठक लेकिन कोई हल नहीं

चैंबर के प्रवक्ता कन्हैया सिंह ने बताया कि रानीगंज में जाम की समस्याओं को लेकर अनेकों दफा इस तरह की बैठक हुई है, लेकिन दुख है कि अब तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है. जाम की समस्या को लेकर पुलिस प्रशासन क्या कार्यवाही करने वाली है, इनकी क्या योजना है यह भी सही तरह से हमलोगों को जानकारी नहीं हो सकी है. चैंबर के कार्यकारी अध्यक्ष आरपी खेतान ने पत्रकारो से कहा कि रानीगंज में जाम की समस्याओं को लेकर जब तक कोई ब्लूप्रिंट नहीं बनाई जाएगी, योजनाबद्ध तरीके से काम को अंजाम तक नहीं पहुँचाया जाएगा तब तक रानीगंज में जाम की समस्या समाप्त नहीं हो सकती है.

खतरनाक रोड के रूप में एनएसबी रोड की बनी पहचान

उन्होंने यह भी दुख जताया कि रानीगंज के एनएसबी रोड आज एक खतरनाक मार्ग के रूप में भी पहचान बना चुका है, जाम की समस्या तो आम बात है सड़कों के दोनों किनारों पर अतिक्रमण और गड्ढे से भरमार है, दुर्घटनाएं आम हो रही है. सर्वप्रथम इस पर विचार करने की जरूरत है. अन्यथा पहले की तरह कभी भी जब कोई घटना दुर्घटना होगी तब प्रशासन हो या आम जनता जागेगी. इसलिए वक्त से पहले काम करने की जरूरत है. हम लोग हमेसा ही सकारात्मक कार्यवाही के लिए तत्पर हैं.

लोडिंग- अनलोडिंग भी है जाम की समस्या में अहम्

इस बैठक में रानीगंज की बोरो चेयरपर्सन संगीता शारदा भी मौजूद थी. उन्होंने रानीगंज में होने वाली लोडिंग- अनलोडिंग पर भी प्रश्न  उठाया और उन्होंने ही मांग रखी थी कि रानीगंज में लोडिंग- अनलोडिंग का समय दोपहर के 1:00 से 3:00 तक होनी चाहिए नगर वासियों की ओर से एक व्यवसाई उज्जवल बनर्जी ने बताया रानीगंज में लोडिंग- अनलोडिंग के लिए समय निर्धारित करने से अच्छा है कि लोडिंग- अनलोडिंग के लिए जो नियम आसनसोल व अन्य शहरों में है होनी चाहिए. यहाँ रानीगंज में लोडिंग- अनलोडिंग पर मोटीया- मजदूर को दूना रकम मेहनताना देना का प्रावधान है ऐसे में इस मेहताना को देना संभव नहीं है, यदि यहाँ शाम के बाद लोडिंग- अनलोडिंग हो तो जाम की समस्या आमतौर पर खत्म हो जाएगी. इन तमाम पहलुओं पर विचार विमर्श हुआ लेकिन कुछ सटीक निष्कर्ष नहीं निकल पाया.

Last updated: मार्च 25th, 2018 by Raniganj correspondent