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दीपावली, काली पूजा और गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई गई

दीपावली का त्यौहार धूमधाम के साथ रानीगंज अंचल में मनाई गई. पारंपरिक सरसों तेल से दिए इस वर्ष भी पूरे नगर में लोगों ने जलाई. काली पूजा भी धूमधाम से लोग मनाया. शाम होते ही परंपरागत तरीके से लोग मिटटी के दिये जलाते दिखे. पूरा शहर जगमगाती हुई बत्तियों से सज-धज गई. वैसे भी शिल्पांचल और कोयलांचल में रानीगंज एक मिनी भारत के रूप में प्रख्यात है. इसलिए भी इस शहर में इस त्यौहार की छटा कुछ अलग रूप से देखने को मिली.

दूसरी ओर श्री सीताराम जी मंदिर, बड़ा बाजार हनुमान मंदिर, मारवाड़ी पट्टी सत्यनारायण मंदिर में गोवर्धन पूजा धूमधाम से मनाई गई. सीताराम मंदिर कमेटी के प्रमुख प्रदीप सराय ने बताया कि गोवर्धन पूजा को अन्नकूट के नाम से भी जाना जाता है. कार्तिक शुक्ल पक्ष प्रतिपदा के दिन गोवर्धन पूजा की जाती है. यह पर्व भगवान कृष्ण के लिए मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि गोवर्धन पूजा को लोग एक त्यौहार के रूप में मानते हैं और यह उत्सव खुशी के नाम से भी जाना जाता है. इस पूजा में गोधन यानि गायों की पूजा की जाती है.

देवी लक्ष्मी जिस प्रकार सुख-समृद्धि प्रदान करती है, उसी प्रकार गौ माता भी अपने दूध से स्वास्थ्य रूपी धन प्रदान करती है. सीताराम जी मंदिर के विमल बाजोरिया ने कहा कि गोवर्धन पूजा अन्नकूट के प्रसाद से होती है. चावल ,बाजरा, कड़ी, मूंग सभी सब्जियाँ एक जगह मिलाकर बनाई जाती है एवं अन्नकूट बनाकर प्रसाद के रूप में हजारों भक्तों को बाँटा जाता है.

सत्यनारायण मंदिर के प्रमुख संपत जोशी ने बताया कि गोवर्धन पूजा के दिन भक्तगण गायों को मिठाई खिलाकर उनकी आरती करते हैं. घरों में गोबर से गोवर्धन पर्वत बनाकर जल ,मौली ,रोली, चावल, दही तथा तेल का दीपक जलाकर भक्तगण पूजा करते हैं.

Last updated: नवम्बर 8th, 2018 by Raniganj correspondent