चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित डायमंड जुबली कार्यक्रम में अड्डा के चेयरमैन सह आसनसोल दक्षिण के विधायक तापस बनर्जी ने रानीगंज के सर्वांगीण विकास के लिए आश्वासन देते हुए कहा कि पूरे बंगाल में विकासमूलक कार्य हो रहे है। वैसे भी रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स समाजसेवी गोविंद राम खेतान के आदर्शो पर चल रही है और मैंने देखा है रानीगंज चैंबर अपनी व्यावसायिक समस्याओं के साथ-साथ जनमानस की समस्याओं पर ध्यान देती है। यही वजह रहा है कि इस चैंबर का एक सुनाम है। उन्होंने धँसान की समस्या एवं पुनर्वासन पर कहा कि इसमें कोई दो मत नहीं है कि यह धँसान प्रभावित इलाका है।
उन्होंने पिछले दिनों मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा रानीगंज को पुनर्वासन के लिए कहा और रानीगंज को असुरक्षित बताया। इस विषय पर चैंबर के सदस्यों में जो असंतोष फैल गई है, उस पर कहा कि इस समस्या का समाधान के लिए हमारी सकारात्मक भूमिका रहेगी। रानीगंज की समस्या को राजनीति एवं प्रशासनिक स्तर पर, जो भी संभव होगा हम वहाँ तक पहुँचाएंगे। चैंबर की ओर से आरपी खेतान ने कहा हटाना तो और बात रानीगंज को खाली कराना आसान नहीं है ।
पिछले दो दशक से रानीगंज को सुरक्षित करने की कई योजनाएं बनी, उस पर काम भी शुरू किया गया और एका-एक मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस क्षेत्र को असुरक्षित बताते हुए खाली करने की घोषणा कर दी। रानीगंज वासियों में दहशत फैला हुआ है, ऐसे विषम स्थिति में हमारे समाने करो या मरो की स्थिति बन गई है।
समारोह में जामुड़िया चैंबर ऑफ कॉमर्स के जयप्रकाश डोकानिया, दुर्गापुर से श्री दत्ता, आसनसोल चैंबर से सुब्रतो दत्ता, सिटीजन फोरम की ओर से डी.राम, दुलाल बॉस उपस्थित थे। बैठक की अध्यक्षता करते हुए संदीप भालोटिया ने कहा कि हमारी समस्याओं को गंभीरतापूर्वक लें और समाधान का उपाय निकाले, क्योंकि पहले से रानीगंज का बाजार कई समस्याओं से त्रस्त है।