रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स की ओर से आयोजित डायमंड जुबली समारोह का उद्घाटन पूर्व आईएएस अधिकारी व प्रसार भारती के अधिकारी जोहर करते हुए कहा कि रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स कि उन दिनों की बात भी याद है, जब मैं 1981 में आसनसोल के एडियमर पद पर कार्यरत था, मैंने देखा है संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम खेतान की सेवा भाव को, 60 वर्षों का सफर कम नहीं होता है।
आज भी रानीगंज चैंबर इस प्रकार से समाज और व्यवसाई वर्ग के लोगों के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा तत्कालीन कार्यप्रणाली, राजनीति परवेश और तत्कालीन परिस्थितियो में भी काम करना पड़ता था, आज काफी संसाधन सुविधा है और काम को करने की संभावनाएं बहुत अधिक है।
विशेष अतिथि शंकर सान्याल (अध्यक्ष हरिजन सेवा संघ ऑन द ऑफ महात्मा गाँधी) ने कहा वर्तमान परिपेक्ष में हम लोगों को समय के अनुरुप काम करना होगा, अन्य राज्यों की तुलना में केंद्र की ओर से मिलने वाली सुविधा,योजनाओं का लाभ पश्चिम बंगाल सरकार नहीं उठा पा रही है। इस दिशा में काम करने की जरूरत है। चैंबर ऑफ कॉमर्स आदि जैसे संस्थाओं को इस विषय को गंभीरता से लेनी चाहिए, क्योंकि केंद्र में भी जो कुछ है उसमें हम लोगों का भी हक है।
जनता को इस सुविधा से वंचित नहीं रखना चाहिए। इस मौके पर रानीगंज चैंबर कॉमर्स के पूर्व अध्यक्ष व सचिव को सम्मानित किया गया। इसके साथ ही पुरुषोत्तम सराफ द्वारा रचित स्मारिका का विमोचन की गई। मौके पर साउथ बंगाल चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष सुभाष अग्रवाल ने कहा कि रानीगंज चैंबर ने समाज और समाज के प्रति अपने दायित्व को महत्त्व दिया है।
पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद के समाने प्रतिवेदन प्रस्तुत की ओर एक लंबे सफर का विवरण प्रस्तुतियाँ पेश की। कार्यक्रम की अध्यक्षता संदीप भलोटिया ने की।