ज़िले का तापमान पहुँचा 46 डिग्री थी। बुधवार को इस वर्ष का सबसे गर्म दिन रिकॉर्ड किया गया। ज़िले का तापमान 46 डिग्री तक पहुँच गया, जिसे अनसिजनेबली गर्म के रूप में प्रदर्शित किया गया। इसने अब तक के सभी रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। दोपहर तक अधिकतम तापमान 46 डिग्री और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री दर्ज किया गया। इस बेतहाशा गर्मी से आम जन जीवन त्रस्त रही। आदमी से लेकर पशु-पक्षी तक गर्मी से त्राहि-त्राहि करते नज़र आ रहे थे।
इसी प्रचंड गर्मी में पवित्र महीना रमजान भी चल रहा है। फिर भी इतनी गर्मी में मुस्लिम समाज के लोग 15 घंटे का रोजा भूख और पियास की शिद्दत में भी रखे हुए है।इस प्रचंड गर्मी में भी लोगों के हौसले बुलंद है। मुस्लिम लोगों का केहना है की-इंशाअल्लाह गर्मी चाहे जितने भी पड़े रोजे पूरे रखूंगा।
निश्चित रूप से यह गर्मी हमारे प्रकृति के साथ सौतेला व्यवहार के कारण ही हुआ है। लगातार पेड़ों की कटाई, प्रकृति के साथ खिलवाड़, जैव विविधता को तहस-नहस करना–इन सब कारणों से ही प्रकृति पर गलत प्रभाव पड़ रहा है। इसे हमारी आने वाली पीढ़ियाँ को प्रभावित होंगी। हमें अब भी चेतने की आवश्यकता है, वरना आने वाला समय और भी भयावना साबित होगा।