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किसी भी हाल में कोयला खदानों को विदेशियों के हाथों बेचने नहीं देंगे – पूर्व सांसद आर.सी. सिंह

“किसी भी हाल में कोयला खदानों को विदेशियों के हाथों बेचने नहीं देंगे, इसके लिए कोयला श्रमिक एकजुट होकर आगामी 24 सितंबर को अपनी ताकत का नमूना पेश करेंगे ”- उक्त बातें सोमवार को ईसीएल सालानपुर मुख्यालय सभागार में आयोजित सीएमएस(एआईंटीयूसी) समन्वय सभा में पूर्व राज्य सभा सांसद सह कोलियरी मजदूर सभा (एआईटीयूसी) महामंत्री आरसी सिंह ने कही । कोल इण्डिया में 100% विदेशी (एफडीआई) निवेश का पुरजोर विरोध करते हुए मोदी सरकार पर जमकर विफरे। उन्होंने कहा भारत एक बार आजाद होकर दोबारा गुलाम नहीं होना चाहती है किन्तु केंद्र सरकार की नीति से हमलोग दोबारा गुलाम बनने वाले है ।

सरकार ने अपनी मनमानी करते हुए कोयला खदानों में एफडीआई बिल को पार्लियामेंट में पारित कर दिया है । आगामी 12 सितंबर को आसनसोल गुजराती भवन में आन्दोलन की रणनीति को लेकर सीटू,एचएमएस,एआईटीयूसी, तथा इंटक के साझा तत्वाधान बैठक बुलाई गयी है । जिसमें कोयला क्षेत्र के सभी मजदूर तथा नेता शामिल होकर आगामी 24 सितम्बर कोल इण्डिया बंद को पूर्ण रूप से सफल बनाने को लेकर विस्तृत चर्चा करेंगे ।

उन्होंने कहा कि एक दिन का बंद सरकार के लिए चेतावनी होगी, सरकार यदि एफडीआई को वापस नहीं लेती है तो पूरा कोल इंडिया को अनिश्चित कालीन हड़ताल किया जायेगा । केंद्र सरकार हमारे कोल इंडिया की पूंजी 82 हजार करोड़ रुपया हड़प लिया है । और अब कोलियरी हमारी रहेगी भी नहीं जो पूंजी लगाएगा वो मालिक बन जायेगा। कोल श्रमिकों की छटनी किया जाना भी तय है । यानि कुल मिलाकर फिर से कोयला खदानों में ठेकेदारी प्रथा लागू करने की सरकार योजना बना चुकी है ।

(एआईटीयूसी) ईसीएल सालानपुर एरिया सांगठनिक नेता शैलेन्द्र सिंह ने कहा आज की सभा में बंजेमारी, डाबर, मोहनपुर, तथा गौरांगडीह कोलियरी के कोयला श्रमिक एवं यूनियन नेताओं ने भाग लिया है, जहाँ यह तय किया गया कि केन्द्रीय सरकार की एफडीआई को किसी भी हाल में लागू करने नहीं दिया जायेगा ।

मौके पर कार्यकारी अध्यक्ष जीएस ओझा, केन्द्रीय सचिव रमेश सिंह, राजेश सिंह, अमर सिंह, दिलीप दास, मानिक पूरी, अनिल सिंह, जोगेंद्र प्रशाद, मनोज सिंह, गुरुदास चक्रवर्ती, विजय मंडल, प्रद्युत चक्रवर्ती, जगन्नाथ रॉय, सिल्चन बनर्जी, जानकी प्रशाद, गोविन्द राउत, जेके मित्रा, रामदेव पासवान समेत सैकड़ों की संख्या में (एआईटीयूसी) समर्थक एवं नेता उपस्थित थे ।

Last updated: सितम्बर 9th, 2019 by Guljar Khan