Site icon Monday Morning News Network

बासदेवपुर कोल डंप में 50,000 टन लिंकेज कोयले की गुणवक्ता पर सवाल

लोयाबाद बासदेवपुर कोल डंप में कोयले की गुणवत्ता पर सवाल उठने लगी है। लगातार कई दिनों से कांटा कराकर भी कोयला लोड किये बिना ट्रांसपोर्टर का हाइवा लौट जा रही है। आरोप है कि डंप में अधिक मात्रा में पत्थर युक्त कोयला मिक्स है। इस तरह के कोयले से डीओ होल्डर को नुकसान हो रहा है।

बालाजी व कार्गो प्राइवेट कंपनी के डीओ होल्डर ने सीएमडी से की शिकायत

कहा जा रहा है कि डीओ होल्डर बालाजी व कार्गो प्राइवेट कंपनी यहाँ के कोयले की गुणवत्ता को लेकर बीसीसीएल के सीएमडी से शिकायत की है। शिकायत के बाद कोयले की गुणवत्ता जाँच को बासदेवपुर कोल डंप पहुँचे सिंजुआ एजीएम अवधेश कुमार को आनंद कारबो प्रालि के कर्मचारी उपेंद्र राय तथा बाला जी कोल कंपनी के कर्मचारी पप्पू प्रसाद ने एजीएम को कोयले में आ रहा पत्थर को दिखाया। कहा कि कंपनी ने जिस कोयले का पैसा लिया है उस गुणवत्ता का कोयला नहीं मिल रहा है। जाँच में यह कोयला गुणवत्ता के पैमाने पर खरा नहीं उतरता है।

शिकायत के बाद भी गुणवत्ता में सुधार नही

इधर लिफ्टर की माने तो क्वालिटी कोयले में कमी के कारण लगातार खाली हाइवा डंप से लौट रही है। इससे बालाजी व कार्गो प्राइवेट कंपनी नाराज है। शिकायत के बावजूद कोयले की गुणवत्ता में सुधार नहीं हो रहा है। इस वजह अबतक तीन हजार टन के करीब कोयले यहाँ से उठ पाई है।जबकि एक अनुमान के मुताबिक करीब 10 हजार टन कोयला यहाँ से ट्रसपोर्टिंग हो जाती है। लिफ्टर की माने तो लगातार छह दिनों से हाइवा कांटा कराकर डंप में प्रवेश कर रही,लेकिन कोयले की गुणवत्ता में भारी गिरावट के वहज से एमटी लौट रहा है।इससे लिफ्टर और हाइवा मालिक को नुकसान उठाना पड़ रहा है। लिफ्टर की माने तो प्रबन्धन जानबूझकर साजिश कर रहा है। वो चाहता है कि लिफ्टर बदल जाये। इस तरह का हरकत किसी को फायदा पहुँचाने के नियत से किये जाने का आरोप लगाया है।

जानबूझकर हों रही साजिश, रामरहीम

लिफ्टर का काम देख रहे रामरहीम के नाम से मशहूर असलम व राजकुमार ने कहा कि लागातार गाड़ी डंप से लौट जा रही है।कोयला निम्न स्तर का है। पथरीला के साथ मिट्टी युक्त से भरपूर है।जिसे उठाने में बालाजी व कार्गो को सीधे तौर पर घाटा है। आरोप लगाया कि ये जानबूझकर साजिश की जा रही है।एक अधिकारी को इसमें संलिप्त बताया।

वासरी टू का है कोयला:-ऐजीएम

कोई अपना दही को खट्टा कहता है। यह कोयला वाशरी दो का है। परियोजना का कोयला है थोड़ा पत्थर आना स्वभाविक है।अवधेश कुमार एजीएम सिंजुआ क्षेत्र 05।

Last updated: फ़रवरी 10th, 2021 by Pappu Ahmad