पुटकी स्तिथ भटिंडा के इस फॉल को आज भी हैँ अपने रहनुमा का इंतजार
Arun Kumar
पुटकी स्तिथ यह भटिंडा फॉल आज किसी के भी पहचान की मोहताज नहीं रह गईं हैँ यहाँ से गुजरते सर्द हवाओं व कड़ाके के ठंढ की बीच साफ सफाई एवं रंग रोगन के साथ एक नई नवेली दुल्हन की तरह यहाँ आनेवाले सभी सैलानियों के स्वागत के लिए बांहें फैलाए हुए इंतजार में खड़ी है ।इस भटिंडा फॉल की खूबसूरती देखते ही बनती हैँ वहीँ 25 दिसंबर क्रिसमस डे एवं नए साल पर सैलानियों को लुभाने के लिए पूरी तरह से यह फॉल तैयार है । कोयलांचल के गर्भ में बसे प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण यह फॉल आज भी अपने वजूद के इंतजार में खुद को अकेला महसूस कर रही हैँ जबकि अगर झारखण्ड सरकार की थोड़ी सी इनायत अगर इस फॉल पर हो जाए तो इसकी दिन सुधरते देर नहीं लगेगी जबकि भटिंडा फॉल की खूबसूरती और विशेषता आज किसी से छीपी हुई नहीं हैँ यहाँ पर आनेवाले सभी सैलानियों में एक गजब का खासा उत्साह रहता हैँ किया बच्चे किया बूढ़े सभी इस जगह पर नए साल के उपलक्ष्य पर आकर आनंदित होना चाहते हैँ इधर कुछ सालों से यहाँ मेले का भी आयोजन किया जाता हैँ इस फॉल की खूबसूरती इसका बहता हुआ जल हैँ जो की सदैव पल पल अविरल होकर गिरता ही रहता हैँ और इसकी खूबसूरती में चार चाँद लगाने का कार्य करता हैँ जरुरत तो सिर्फ इसकी प्रयटक स्थल के रूप में चिन्हित कर विकास करने की हैँ जिससे की यहाँ आनेवाले सभी आगंतुक कह सके हैँ कि कुछ भी हो भटिंडा फॉल की बात ही निराली हैँ और इससे खूबसूरत कोई दूसरी जगह नहीं हैँ,