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पुष्पा भालोटिया को न्याय मिलने की उम्मीद जगी , केस सीआईडी को सौंपा गया

रानीगंज के हाई प्रोफाइल परिवार व प्रतिष्ठित उद्योगपति भक्ति राम भालोटिया की पुत्रवधू पुष्पा भालोटिया की मौत की गुत्थी को सुलझाने के लिए आसनसोल दुर्गापुर पुलिस ने अंततः CID विभाग को मामले की जांच ट्रांसफर कर दी है ।

मीडिया के दबाव में लिया फैसला

आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के एडीसीपी सेंट्रल जे मर्सी ने बताया कि पुष्पा भालोटिया की मौत बीते 5 अक्टूबर को हुई थी 1 महीने के पश्चात पुष्पा के भाई गोपाल अग्रवाल ने पुष्पा की हत्या का मामला रानीगंज थाने में दर्ज कराया था। जिसके आधार पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की थी लेकिन मीडिया के दबाव एवं अन्य दवाओं के वजह से मामले को अंततः CID विभाग को ट्रांसफर कर दिया गया है ।

पुष्पा के भाई गोपाल अग्रवाल CID से जांच की मांग की थी

वर्तमान समय में मामले की जांच CID करेगी पुष्पा की मौत को हत्या का मामला बताने वाले पुष्पा के भाई गोपाल अग्रवाल ने मामले को जांच की CID विभाग से जांच की मांग की थी उन्हें उम्मीद है कि CID की ओर से निष्पक्ष जांच होगी ।नामजद अभियुक्तों को CID जल्द गिरफ्तार करेगी और सभी साजिशकर्ताओं से पूछताछ के बाद  हत्या की गुत्थी सुलझाई जाएगी।

पुष्पा को न्याय मिलने की उम्मीद जगी

उन्होंने कहा कि अभी तक हत्या व आत्महत्या का रूप देने का कुछ प्रभावशाली व्यक्ति अपने राजनीतिक और आर्थिक प्रभाव से प्रयास कर रहे थे लेकिन अब हमें आशा है कि सीआईडी जांच को लेकर उचित फैसला करेगी इस प्रक्रिया से पुष्पा हत्या और आत्महत्या मामले को लेकर फिर से एक बार रानीगंज शहर में सनसनी फैल गई है अब इस मामले पर फिर कोई भी किसी भी प्रकार से बोलने में परहेज करने लगे हैं।

आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस पर जांच में ढिलाई के आरोप लग रहे थे

गौरतलब है कि जिस प्रकार से इस मामले कि जांच कि जा रही थी लोगों का कानून पर से विश्वास उठने लगा था। हत्या के एक महीने तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं हुयी थी, मृतक के भाई ने प्राथमिकी दर्ज कारवाई तब जाकर यह हत्या का मामला बना इससे पहले तो इसे आत्महत्या का ही रूप देने कि कोशिश की जा रही थी।

मंडे मॉर्निंग ने मुखर होकर आवाज उठाई

एक तरफ इस क्षेत्र सभी छोटे बड़े मीडिया संस्थान या तो चुप्पी साधे हुये थे या फिर सेफ साइड में चल रहे थे एवं इलाके के सभी तथाकथित मानवाधिकार संगठन पुरस्कार और सम्मान के लेन – देन में व्यस्त थे उस वक्त मंडे मॉर्निंग ने लगातार इस मामले पर पुलिसिया सुस्ती पर आवाज उठाई एवं इलाके के तथाकथित मानवाधिकार संगठनों को भी फटकार लगाई। मंडे मॉर्निंग के लगातार खबर प्रसारण से ही आम लोगों में धीरे-धीरे जागृति आई और वे पुष्पा भालोटिया को न्याय दिलाने के लिए बोलने लगे। स्थानीय लोगों के भीतर पल रहे नाराजगी एवं गुस्से को भाँपते हुये आसनसोल दुर्गापुर कमिशनरेट ने मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी है। एक प्रश्न फिर भी बना हुआ है कि जिस प्रकार आसनसोल-दुर्गापुर पुलिस के जांच को प्रभावित करने की कोशिश की गयी क्या उसी प्रकार सीआईडी के जांच को प्रभावित करने की कोशिश नहीं की जाएगी । फिर भी उम्मीद की जानी चाहिए कि अब पुष्पा को न्याय मिल जाएगा ।

Last updated: दिसम्बर 19th, 2017 by Pankaj Chandravancee