दुर्गापुर -प्रकृति एवं संस्कृति के प्रति समाज को जागरूक करने का लक्ष्य लिए लेखक रंजीत जस ने पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को अपनी लेखनी द्वारा रचित 9 पुस्तकें सौंपा कर शहर का नाम रौशन किया है। 9 सितंबर को दिल्ली आवासन में रंजीत जस पूर्व राष्ट्रपति से प्रणब मुखर्जी से भेंट की एवं बंगाल की संस्कृति से जुड़ी 9 पुस्तकों को उनके हाथों में देकर खुद को धन्य महसूस किया। मौके पर लेखक रंजीत के साथ साहित्य प्रेमी सुजन राय एवं नव कुमार मांझी मौजूद थे।
9 पुस्तकों में ए भारतेर पाखी, शब्द श्रोते, त्रिशक्ति, शब्द तरंगे, समुद्रे सयिकते, व पुरी जगन्नाथे मंदिर, शब्दों सौरभे एवं शब्द छंदे इत्यदि शामिल हैं। रंजीत जस ने बताया कि इच्छा शक्ति से बढ़कर कोई शक्ति नहीं है। बचपन में दुर्घटना में हाथ गवाँ देने के बाद मां का आशीर्वाद एवं प्रेरणा ने मुझे लिखने पर के लिए प्रेरित किया था। अब तक अंग्रेजी, उड़िया, बांग्ला सहित विभिन्न भाषाओं में पुस्तकें प्रकाशित हो रही है। जीवन का सपना था कि अपने संस्कृति से जुड़े रचनाओ को पूर्व राष्ट्रपति से अवगत करू। उन्हें पुस्तके प्रदान कर खुद पर गर्व महसूस हो रहा है।