प्योर बोर्रागढ़ का यह फुटबॉल ग्राउंड बर्षो से अपने होने की उपेक्षा का मार झेल रहा हैँ और पूछ रहा हैँ यहाँ के जनप्रतिनिधियों से की कब मेरा भी विकास होगा,???????
Arun Kumar
प्योर बोर्रागढ़ का यह फुटबॉल मैदान बर्षो से उपेक्षा की मार झेल रहा हैँ और पूछ रहा हैँ कि कब हमारा भी दिन सुधरेगा की किसी जनप्रतिनिधि की नजरेंइनायत मुझ पर मेहरबान होंगी?? और कब मेरा विकास होगा,सच में यह एकमात्र फुटबॉल ग्राउंड प्योर बोर्रागढ़ क्षेत्र में हैँ जो की वर्षों से इसी अवस्था में आज भी हैँ इस ग्राउंड में केवल प्योर बोर्रागढ़ के ही लोग नहीं आते हैँ अपितु झरिया, पाथरबंगला, भलगोरा, हुर्रीलाडीह के कई बच्चे, पुरुष एवं महिलाएं इस ग्राउंड में प्रतिदिन सुबह व शाम आते हैँ, जबकि कई फुटबॉल प्रेमी फुटबॉल खेलने भी आते हैँ तत्पश्चात यह ग्राउंड कम जंगल ज्यादा दिखाई देता हैँ कई लोग इसके विकास को लेकर कहते हैँ कि बिलकुल इस फुटबॉल ग्राउंड का विकास अब तक हो जाना चाहिए था मेरा भी एक सवाल हैँ कि किया कारण हैँ कि एक अदद सा कार्य को लेकर अगर इतना लम्बा इंतजार यहाँ के आमजन करें तो विकास कैसे दिखेगा और लगभग सभी लोग मेरी बात से सहमत भी हो जाएंगे एक बार स्वयं इस फुटबॉल ग्राउंड का अवलोकन कर लिया जाए तो मुझे लगता हैँ अवश्य ही इस फुटबॉल ग्राउंड का दिन सुधर जाएगा, तभी तो आज तक यह प्योर बोर्रागढ़ का फुटबॉल ग्राउंड अपने विकास की बाट जोह रहा हैँ और पूछ रहा हैँ कि कब मेरा नम्बर आएगा और कब मेरा भी विकास होगा और साथ ही आमलोग भी इस ग्राउंड का सदुपयोग सही ढंग से कर पाएंगे अब यह तो जनप्रतिनिधि ही बता पाएंगे की कब उनकी नजर इस फुटबॉल ग्राउंड पर पड़ती हैँ और कब इसका दिन सुधर पाता हैँ,????