इस मौके पर एक मौन जुलूस, कैंडल मार्च निकाला गया। मौन जुलूस असफाक उल्ला जी के प्रतिमा से होते हुये स्वामी विवेकानंद जी के प्रतिमा पर पहुँचा । वहाँ पर दो मिनट का मौन रखकर उनके आत्मा की शांति की प्रार्थना की गई एक दिया शहीदों के नाम जलाया गया।
जागो प्रमुख राकेश रंजन उर्फ चुन्ना यादव ने कहा कि अब छद्म युद्ध नहीं सीधे युद्ध होना चाहिए। देश के जवानों की शहादत पर पूरा देश आक्रोशित है और अब ईंट का जवाब पत्थर से चाहती है।
कैंडल मार्च मौन जुलूस में मुख्य रूप से नदीम अहमद, सुधीर सिंह, मुन्ना यादव, मो० अफसर, दिलीप केडिया, आलोक गुप्ता, कौसर खान, दिवेश दिवाकर शिवम सिंह, शाहिल अग्रवाल, बंटी शर्मा, राहुल गुप्ता, डब्लू राइन, विप्लव दे, मो० अजहर आदि सहित सैकड़ों लोग शामिल थे।
Last updated: फ़रवरी 15th, 2019 by