पश्चिम बंगाल स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी निर्देश के आलोक में शुक्रवार को मैथन डैम स्थित युवा आवास अस्थायी कोरेंटिन सेंटर में रह रहे 25 शरणार्थियों की जाँच के लिए बर्द्धमान मेडिकल कॉलेज से मनोरोग विशेष अधिकारी पहुँचे।
उन्होंने शरणार्थियों से वार्ता कर उनकी मानसिक स्थिति की जानकारी ली, हालाँकि इसके पूर्व मनोरोग विशेषज्ञ सप्तोश्री अधिकारी ईसीएल देन्दुआ रीजनल अस्पताल, एवं जामुड़िया कोरेंटिन में रह रहे शरणार्थियों कि भी जाँच की ।
इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार की निर्देश पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी कोरेंटिन में मोनोचिकित्सक की तैनाती की गयी है । उन्होंने कहा कि किसी भी महामारी के समय लोगों में मेंटल समस्या की बढ़ोत्तरी हो जाती है । कोरोना की बड़ते आतंक को देखते हुए कोरेंटिन में रह रहे लोगों की काउंसिलिंग की जा रही है।
उन्होंने घर पर रह रहे लोगों से भी निवेदन किया है कि टेलीविजन पर प्रसारित होने वाली कोरोना संबंधित खबरों को देखने से बचें, सोशल मिडिया, फेसबुक, व्हाट्स अप पर गयी गलत जानकारी लोगों तक पहुँचाई जा रही है, जिसके कारण भ्रामक स्थिति उत्पन्न हो चुकी है, ऐसे में खुद को घर पर आइसुलेट कर मनोरंजनात्मक चीजों पर ध्यान आकर्षित करने का प्रयास करें । बच्चों को लेकर समय सेंसेटिव है, इसके लिए घर पर ही इनडोर गेम का आयोजन करें।
उन्होंने बताया कि क्षेत्र के सभी कोरेंटिन शरणार्थी मानसिक रूप से स्वास्थ्य है । फिलहाल अभी के समय में खुद को घर पर रहकर सुरक्षित रहने का समय है । संभव हो सके हो दिन में एक बार कोरोना अपडेट जान ले बार-बार इस और ध्यान आकर्षित ना करें । वर्ना आप कई अन्य प्रकार की मानसिक रोगों से ग्रसित हो जाएँगे ।