आए दिन आवारा पशुओं के कारण होती है दुर्घटना
चित्तरंजन। चित्तरंजन रेल नगरी प्रोटेक्टेड एरिया माना जाता है लेकिन इन दिनों चित्तरंजन रेल नगरी के सड़क मार्ग पर आवारा पशुओं के विचरण होने से आवागमन करने में लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ।
चित्तरंजन 3 नंबर गेट संलग्न एरिया से 6 की ओर जाने वाली सड़क पर बड़ी संख्या में भैंस मार्ग पर खड़े रहते हैं। इन भैंसों को चराने के लिए न तो मौके पर कोई मौजूद होता है और ना ही कोई इसकी देखभाल करने वाला दूर दूर तक दिखायी देता है।
आवारा की तरह घूमने वाले कीचड़ से सने दर्जनों भैंस बीच मार्ग पर जम जाते हैं फिर लोग भैस के आगे बिण बजाते नजर आते हैं, लेकिन फायदा कुछ होता नहीं।
जो अगल बगल से गुजरने की कोशिश करते हैं वे लोग या तो चोटिल होते हैं या उनके वाहन सड़क से नीचे जा गिरती है। ऐसे में लोगों को कई बार रास्ता बदलकर दूसरे मार्ग से जाने के लिए विवश होना पड़ता हैं।
नजदीक ही 3 नंबर गेट के चेकपोस्ट पर रेलवे सुरक्षा बल तैनात रहते हैं। बावजूद किसी को कोई खौफ नहीं हैं। बताया जाता है कि जब चिरेका में कोई वीआईपी आता है उस दिन सड़क पर जानवर नहीं होते हैं । लोगों का कहना है कि जब वीआईपी के लिये यह काम हो सकता है तो आम लोगों को इस समस्या से मुक्ति क्यों नहीं मिल रही है।
बताया जाता है कि पहले चिरेका प्रशासन द्वारा आवारा पशुओं को पकड़कर खटाल में रखने की व्यवस्था थी। लेकिन विगत कई सालों से यह व्यव्स्था खत्म हो गयी है। इस संबंध में वरिष्ठ जनसंपर्क पदाधिकारी मंतार सिंह ने बताया कि इस पर विचार किया जा रहा है। जल्दी कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।