शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय प्रेस स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर स्थानीय राहुल अध्ययन केंद्र में आज के दौर में प्रेस दिवस पर चर्चा का आयोजन किया गया. मौके पर वरिष्ठ पत्रकार एवं साहित्यकार धनंजय प्रसाद ने विस्तारपूर्वक चर्चा करते हुए कहा कि प्रेस की आजादी का मतलब ही है संसार अभिव्यक्ति की आजादी जिसमें सत्ता की ओर से किसी प्रकार का दवाब ना हो.
उन्होंने कहा कि संवैधानिक एवं कानूनी प्रावधानों द्वारा प्रेस की भूमिका और दायित्व काफी बढ़ गया है.आज प्रेस कारपोरेट घरानों द्वारा संचालित हो रहा है. इसलिए प्रेस चाहकर भी स्वतंत्र भूमिका नहीं निभा रही है. आज के दौर में प्रेस की स्वतंत्रता बहुत ही जरूरी है । प्रेस पर किसी भी प्रकार की पाबन्दी लोकतंत्र और समाज के लिए खतरनाक हो सकता है ।
मौके पर कई प्रतिनिधि व बुद्धिजीवी ने अपने अपने विचार व्यक्त किया।
Last updated: मई 3rd, 2019 by