कोयलाञ्चल में वट सावित्री पूजा की तैयारियाँ जोरों पर
धनबाद । कोयलाञ्चल में गुरुवार को पति के दीर्घायु की कामना का पर्व वट सावित्री मनाया जाएगा। इसको लेकर मंगलवार से ही बाजार में विभिन्न पूजन सामग्रियों सहित अन्य आवश्यक सामानों की खरीददारी के लिए महिलाओं की भीड़ भी बाजार में उमड़ पड़ी।
इसको लेकर फुटपाथों पर भी सुबह से ही दुकानें सज गई थी। हाथ पंखा, दौरी व गुड्डा गुड़िया की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ लगी रही। दुकानदार ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से वे इस बार पर्व की तैयारी को ले काफी परेशान थी। लॉकडाउन में मिली छूट के बाद बाजार खुलने से उन्हें काफी राहत मिली है।
दुकान संचालक ने बताया कि बाजार में पंखा 20 से 25, श्रृंगार का सामान 20 से 30 और टोकरी 20 तक उपलब्ध है।उन्होंने कहा कि यह व्रत पति के दीर्घायु के लिए लगभग सभी विवाहित महिलायेंं करती है। इस दिन महिला व्रत रखकर नया वस्त्र पहन खुद से फल पकवान बना वट वृक्ष के नीचे पूजा अर्चना करती है और कथा सुनकर वृक्ष के पास से लौट पति की पूजा करती है। इस दौरान सदा सुहागन रहने की मन्नत महिलायें मांगती है।इस पर्व में पान, घी, फल, फूल व कई प्रकार कि लड्डू व बतासे का भोग भी लगाने कि मान्यता हैं इस दिन सुहागिनें सज धज कर बरगद के पेड़ के नीचे पूजा पाठ कि रश्म अदा करती हैं ऐसी मान्यता हैं कि जैसे देवी सावित्री ने अपने पति सत्यवान कि प्राण हेतु यमराज से सदा सुहागन रहने का वचन प्राप्त करती हैं ठीक वैसे ही और भी सुहागिनें इस व्रत को करके अपने पति कि दीर्घायु के लिए मन्नत मांगती हैं इसी आस्था के कारण इस पर्व का नाम वट सावित्री पर्व के नाम से बड़े ही धूम धाम से मनाया जाता हैं।
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