रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स का रविवार को होने वाली प्रबंधकीय समिति के निर्वाचन के तहत 17 उम्मीदवारों को लेकर खड़ा हुए यूथ विथ एक्सपीरियंस टीम ने शुक्रवार को रानीगंज के स्पोर्ट्स एसेम्बली के सभागार में अपना घोषणापत्र जारी करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन किया। इस संवाददाता सम्मेलन में रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के वरिष्ठ सदस्य एवं चैंबर के स्तंभ माने जाने वाले राजेंद्र प्रसाद खेतान ने घोषणा किया कि उनकी जिंदगी का यह अंतिम चुनाव है, एवं इसके पश्चात वह किसी भी चुनाव में उम्मीदवारी नहीं करेंगे।
हालांकि सामाजिक कार्यों में जिस प्रकार उनकी भूमिका अब तक रहते आई है उसी प्रकार उनकी भूमिका अंतिम सांस तक रहेगी। किसी चुनाव में उम्मीदवारी न किये जाने का कारण उन्होंने व्यक्तिगत बताया। जबकि इस संवाददाता सम्मेलन मैं चैंबर ऑफ कॉमर्स के वरिष्ठ सदस्य राजकुमार कयाल, रमेश झुनझुनवाला, ओम् प्रकाश सोमानी, उम्मीदवार सुनील नंदी, जुगल किशोर गुप्ता, प्रदीप बाजोरिया, सलिल सिन्हा,संदीप झुनझुनवाला, सुशील लुहारूवाला, अनिल लुहारूवाला, अरुण भर्तियां, अनीश तोदी, रोहित खेतान, अमित शराफ़, दीपक जलान के अलावा सुरेश सरायां, अशोक अरोड़ा, सरवन तोदी, सुरेंद्र सिंह बग्गा, मनोज केसरी आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे।
इस घोषणा पत्र के तहत राजेन्द्र प्रसाद खेतान ने बताया व्यापारियों के निरंतर सहयोग एवं समर्थन से ही चैंबर ने व्यापार संबंधी बहुत सारी समस्याएं जैसे रेलवे, रोड, विद्युत,टेलीफोन ,बैंकिंग व्यापार एवं उद्योग की समस्या का निष्पादन करते हुए अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन किया है। उन्होंने कहा उनकी कमिटी के जीत के पश्चात सर्वतत्काल हो। खेतान ने दूसरे विरोधी गुट में खड़ा हुए टीआरपी ग्रुप के द्वारा यह उपलब्धि बताएं जाने की बीते 1 वर्ष के दौरान 110 नए सदस्य बनाए गए, साथ ही साथ पहली बार चैंबर आर्थिक रूप से स्वावलंबी हुआ।
इस बारे में उन्होंने कहा कि110 नए सदस्यों के बनाने में उनकी भूमिका नहीं बल्कि चैंबर के 600 सदस्यों की भूमिका है, जिसके कारण 110 नए सदस्य बने। उन्होंने आर्थिक रूप से स्वावलंबी होने की बात को नकार दिया एवं विरोधी गुट का झूठा प्रचार बताया। दूसरी ओर उनके ऊपर व्यक्तिगत कुठाराघात करने के आरोपो पर अपनी प्रतीक्रिया जाहिर करते हुए कहा वह कर्म में विश्वास रखते हैं, अगर इसके लिए कोई उनके ऊपर आरोप लगाता है तो आरोप लगा सकते है, वे स्वंत्रत है, वह अपना कार्य निरंतर करते रहेंगे।
उन्होंने चैंबर ऑफ कॉमर्स में खेतान परिवार के परिवारबाद के बात का स्पष्टीकरण करते हुए कहा चैंबर ऑफ कॉमर्स का इतिहास रहा है, इस संस्था के पदाधिकारी खेतान परिवार के ही नहीं बल्कि बांग्ला भाषी तथा अन्य परिवार के सदस्य भी हमेशा से ही रहे हैं, अतः यह आरोप लगाना उनके परिवार के कर्तव्यनिष्ठा के प्रति ठेश पहुँचाना है। दूसरी ओर वरिष्ठ सदस्य राजकुमार कयाल ने कहा मैं रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स से लगभग 5 दशक से जुड़ा हुआ हूँ ,
रानीगंज चैंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक सदस्य गोविंद राम खेतान थे एवं उनके मार्गदर्शन में चैंबर निरंतर ऊंचाइयों पर पहुँचा है, एवं शहर के विकास में उनकी अहम भूमिका है। जितना समय खेतान परिवार इस चैंबर के लिए देता है, वह अन्य परिवार के सदस्य नहीं। अतः इस परिवार के ऊपर परिवारवाद या चैंबर में आधिपत्य जमाने की बात सरासर गलत है। पहली बार चैम्बर के निर्वाचन में इतिहास में दो गुट आमने-सामने होकर चुनावी लड़ाई लड़ रहे हैं, हालांकि गनतांत्रिक प्रक्रिया से चुनाव होना जरूर किसी भी संस्था के लिए है।