Site icon Monday Morning News Network

खुले में शौच नहीं, बच्चों को भेजे स्कूल भेजे, गर्भवती महिलाओं को दे पोष्टिक भोजन

सालानपुर| सालानपुर ब्लॉक अंतर्गत उत्तर रामपुर जीतपुर पंचायत अंतर्गत नेताजी कॉलोनी स्थित सामुदायिक भवन में पोष्टिक दिवस का आयोजन किया गया| आयोजन में पंचायत अंतर्गत कुल 29 आंगनबाड़ी केंद्र के 750 बच्चे, तथा 100 से 150 गर्भवती महिलाओं ने क्षेत्र में जागरूकता रैली निकाली जहाँ बच्चों ने हाथों में विभिन्न स्लोगन तख्तियाँ के साथ खुले में शौच ना जाये, सभी बच्चों को स्कूल भेजे, गर्भवती महिलाओं को पोष्टिक भोजन की नारे बुलंद की| कार्यक्रम का शुभारम्भ बाराबनी विधायक विधान उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर किया| मौके पर आईसीडीएस कर्मी समेत आंगनबाड़ी के छोटे छोटे स्कूली बच्चे सहित महिलायेंं उपस्थित थे ।

सालानपुर सीडीपीओ मनोदिपा मांझी ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान अगर मां को सही पोषण न मिले तो होने वाले बच्चे का शारीरिक और मानसिक विकास बाधित होने की आशंका बनी रहती है। बच्चे के बड़े होने पर भी कई तरह की जटिल बीमारियाँ भी हो सकती हैं। गर्भावस्था में मां को सही पोषण न मिला तो पैदा होने वाले बच्चे को डायबिटीज और हार्ट से लेकर कई जटिल बीमारियाँ होने की आशंका बनी रहती है। बच्चे की सेहत गर्भावस्था और उसके बाद मां की सेहत पर निर्भर करती है।इसके ऊपर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। सीडीपीओ ने बताया कि पोषण सप्ताह शुरू हो चुका है। इसके तहत सभी जच्चा-बच्चा के लिए पोषण को लेकर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है ।

आईसीडीएस सुपरवाइजर तपती लायक ने पौष्टिक दिवस के अवसर पर बताया कि किस तरह हमारे घर के आसपास साफ सफाई रखना चाहिए, एव सब्जी बनाने से पहले ठीक से धोना चाहिए, उन्होंने छोटे बच्चे के बारे में बताते हुए कहा कि जन्म के एक-दो घंटे बाद से ही मां का दूध पिलाना चाहिए। इससे बच्चे का कर्इ रोग और संक्रमण से बचाव होता है। उन्होंने बताया कि महिलाओं को नहाकर या सिर धोकर तुरंत बच्चों को दूध नहीं पिलाना चाहिए। दूध पिलाने के बाद शिशु को कंधे से लगाकर रखें धीरे उसकी पीठ सहलाएं। इससे उसके पेट की हवा डकार बनकर निकल जाती है।

इनसे मिलेगा पोषण

चुकंदर, अखरोट, टमाटर, अंकुरित अनाज, दूध, अंडे, मछली, पालक। पोषक आहार के मुख्य तौर पर 6 तत्व होते हैं जैसे कि प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वशा, विटामिन, खनिज एवं पानी। यह सभी व्यक्तियों के जीवन, वृद्धि, शारीरिक प्रक्रिया एवं ऊतकों की विकास के लिए आवश्यक हैं।

यह है संतुलित आहार

उचित अनुपात और निर्धारित मात्रा में सभी प्रकार के पोषक तत्व प्रदान करने वाले आहार को संतुलित आहार कहा जाता है। इसमें फल, सब्जियां, अनाज, जड़, सेम, दाल, मेवा एवं पशु उत्पाद शामिल हैं। इसके अलावा माँ के दूध में प्रोटीन, वसा, कैलोरी, लैक्टोज, विटामिन, आयरन, खनिज, पानी एवं एंजाइम पर्याप्त मात्रा में होता है। यह तत्व बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते है। यह भविष्य में बच्चे को कई तरह के संक्रामक रोगों से सुरक्षा भी प्रदान करते है।

कुल 244 सेंटर को लेकर अलग अलग से अलग अलग स्थानों में पौष्टिक दिवस मनाया जा रहा है ।, मौके पर जिला परिषद् मो० अरमान, युवा नेता भोला सिंह, जमुना समादार, तापस चौधरी, सुजीत मोदक, मोप्याली पॉल, आदि उपस्थित थे|

Last updated: सितम्बर 4th, 2018 by Guljar Khan