धनबाद । कतरास निवासी पोषण सखी के पति की इलाज के दौरान एसएनएमएमसीएच में मौत के बाद आर्थिक बदहाली के वजह से शव के दाह संस्कार की संकट उत्पन्न हो गई। जिसके वजह से पोषण सखियों का एक दल अस्पताल पहुँचा और राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए पोषण सखियों की आर्थिक बदहाली के लिए जिम्मेदार ठहराया।
जिले में पोषण सखियों को पिछले 10 माह से मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है। जिसके वजह से उनकी आर्थिक स्थिति चरमराई हुई है। ऐसे में कतरास की रहने वाली पोषण सखी के पति काफी बीमार थे। जिन्हें शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। जहाँ शनिवार को उनकी मृत्यु हो गई।
जिसके बाद पोषण सखियों ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि मानदेय का नियमित भुगतान नहीं होने की वजह से आज एक पोषण सखी के पति की मौत होने के बाद शव के दाह-संस्कार का भी पैसा नहीं है।
ऐसे में पोषण सखी राज्य सरकार की योजनाओं और समाज के हित में कैसे काम करेगी। यह एक चिंतनीय विषय है, जबकि केंद्र और राज्य सरकार महिला सशक्तिकरण पर लगातार बड़ी-बड़ी बातें करती है। लेकिन यह देखने वाला कोई नहीं है कि पोषण शक्तियों को पिछले 10 माह से मानदेय का भुगतान नहीं किया जा रहा है।