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बराकर नदी को लाँघकर बंगाल प्रवेश कर रहे सैकड़ों लोगों को पुलिस ने खदेड़ा

कोरोना की कहर ने इन दिनों झारखण्ड-बंगाल की सीमा को मानों भारत-पाकिस्तान की तर्ज पर तब्दील कर दिया हो, सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर ना मार सके, फिर भी घर लौटने की होड़ में पुलिस डाल-डाल तो प्रवासी पात-पात की भूमिका निभा रहे हैं ।

बुधवार को ऐसा ही एक दृश्य लेफ्ट बैंक जमीरकुड़ी गाँव के पास देखने को मिली, ग्रामीणों से सालानपुर थाना अंतर्गत कल्याणेश्वरी फांड़ी इंचार्ज को सूचना मिली की लगभग 200 की संख्या में लोग मैथन के रास्ते (बराकर नदी) पार कर बंगाल में प्रवेश करने का प्रयास कर रहे है ।
बंगाल की सीमा में प्रवेश करने के लिए बराकर नदी के तट पर खड़े लोग

सूचना मिलते ही कल्याणेश्वरी फांड़ी प्रभारी अमर नाथ दास , दल बल के साथ नदी किनारे पहुँचकर प्रवासियों को खदेड़ कर वापस भेज दिया ।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बंगाल प्रवेश कर रहे सभी लोग पश्चिम बंगाल के ही निवासी बताये जाते है । किन्तु राज्य के प्रधान सचिव के निर्देश मिलने के बाद विगत चार दिन से सीमाक्षेत्र को पूर्णरूप से बंद कर दिया गया है । जिससे बॉर्डर की दोनों और भारी संख्या में प्रवासी अपने अपने  घर पहुँचने की जद्दोजहद कर रहे है ।
ऐसे में दोनों ओर कुछ सामाजिक कार्यकर्ता संस्थाओं द्वारा प्रवासियों को बॉर्डर पर प्रतिदिन भोजन कराया जा रहा है । हालाँकि लॉक डाउन के बाद कुछ दिनों तक ऐसी स्थिति नहीं थी, पुलिस के अनुसार प्रतिदिन मालवाहक एवं अन्य लगभग 500 वाहनों के जरिये लोग आना-जाना कर रहे थे । जिसके बाद यह निर्णय लिया गया जो जहाँ है,  लॉक डाउन तक रहें ।
ट्रकों से भर कर जाते लोगों की जांच करते हुये बंगाल – झारखंड की सीमा पर तैनात पुलिसकर्मी

हालाँकि राजमार्ग पर आवश्यक वस्तु के  मालवाहक वाहनों पर कोई रोक नहीं लगायी गयी है । मामले को गंभीरता को देखते हुए बंगाल पुलिस द्वारा डिबूडीह चेकपोस्ट पर अतिरिक्त सुरक्षा बल(कॉम्बैट) की तैनाती कर दी गयी है ।
Last updated: अप्रैल 1st, 2020 by Guljar Khan