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तीन राउंड फायरिंग करने का आरोपी पुलिस के साथ धक्का मुक्की देकर हुआ फरार

loyabad police station

लोयाबाद। गोली के चलाने के आरोपी गुड्डू उर्फ कृष्णा चौहान को पकड़ने गई लोयाबाद पुलिस के साथ कनकनी में उपद्रवियो ने हाथापाई कर आरोपी साथी को पुलिस गिरफ्त से छुड़ा लिया । घटना में दो पुलिस अधिकारियों को आंशिक चोट भी आईं है। घटना मंगलवार की रात की बताई जा रही है।

घटना के संबंध में बताया जाता है कि कुछ दिन पूर्व लोयाबाद छह नंबर में दो पक्षों की लड़ाई में एक पक्ष द्वारा दहशत फैलाने के लिए तीन राउंड फायरिंग की गई थी। उस वक्त पुलिस ने दोनों पक्षों की लिखित शिकायत पर अलग-अलग मामला दर्ज किया था। जिसमें एक पक्ष की ओर से गोली चलाने वाला आरोपी युवक गुड्डू उर्फ कृष्णा चौहान के कनकनी चार नंबर में छुपे होने की पुलिस को खबर मिली। खबर मिलते ही लोयाबाद थाना के प्रशिक्षु दरोगा व सिपाही की एक टीम सिविल ड्रेस में कनकनी पहुँच गई।

सूत्रों की मानें तो प्रशिक्षु दरोगा की टीम ने आरोपी युवक को पकड़ लिया था परंतु युवक के कुछ उपद्रवी साथियों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की कर आरोपी युवक को पुलिस की गिरफ्त से छुड़ा लिया। हालांकि पुलिस अपने ऊपर हुए हमले को बेबुनियाद बता रही है। लेकिन सूत्र बताते हैं कि पुलिस ने हमला करने वाले मनबढ़ू युवकों की पहचान कर ली है और उनके खिलाफ कार्यवाही करने की तैयारी कर रखी है।

मामले में लोयाबाद थाना के प्रभारी थानेदार अमित मार्कि ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर गोली चालन के आरोपी गुड्डू उर्फ कृष्णा चौहान को पकड़ने के लिए पुलिस कनकनी गई थी, परंतु वह पुलिस के हाथों से बचकर निकल गया।

4 सितंबर को लोयाबाद छह नंबर में दो पक्षों के बीच हुए मारपीट में गुड्डू पर गोली चलाने का आरोप है।मामले में पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही थी। गुड्डू कनकनी में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आया था। गुड्डू अपनी साथियों के साथ कनकनी चार नंबर में बैठकबाजी भी करता रहा है।

सिविल ड्रेस में होने के कारण पुलिस को हुई परेशानी

बताया जाता है कि गुड्डू उर्फ कृष्णा चौहान को पकड़ने कनकनी पहुँची पुलिस के तीन दरोगा सहित चार सिपाही सिविल ड्रेस में थे ताकि आरोपी को पुलिस के आने की भनक न लगे। जब पुलिस ने आरोपी युवक को अपनी गिरफ्त में ले लिया तो आरोपी व उसके अन्य उपद्रवी साथी पुलिस वालों के सिविल ड्रेस में होने का फायदा उठाने लगे।सिविल ड्रेस में होने के कारण वेलोग पुलिस वालों को पुलिस मानने से इंकार कर रहे थे। आरोपी के स्थानीय साथी पुलिस वालों पर ही गलत नियत से गाँव में घुसने का आरोप लगा रहे थे। इतना ही नहीं उनलोगों ने कुछ महिलाओं को भी इसके खिलाफ भड़का दिया था, जिस कारण पुलिस को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

घटना की जानकारी नहीं -अंचल निरिक्षक

मामले में केन्दुआडीह अंचल निरिक्षक हरि शंकर सिंह ने कहा कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है। जानकारी मिलने पर आगे की कार्यवाही की जाएगी। पुलिस अगर सिविल ड्रेस में छापेमारी करने गई थी तो पीछे से कुछ वर्दीधारी पुलिस कर्मियों को भी साथ ले लेना चाहिए था।

Last updated: सितम्बर 16th, 2020 by Pappu Ahmad