धनबाद। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वक्तव्य से चिकित्सकों में नाराजगी है। चिकित्सकों के विरुद्ध पीएम मोदी के दिए बयान के विरोध में इंडियन मेडिकल एसोसियशन (आईएमए) ने रणधीर वर्मा चौक पर प्रदर्शन किया। एसोसियशन के सचिव सुशील कुमार ने कहा कि पिछले दिनों इंग्लैंड दौरे में पीएम ने मन की बात कार्यक्रम में वहाँ भारतीय चिकित्सकों के सम्बन्ध में जो कहा उससे चिकित्सकों को गहरा आघात पंहुचा है। भारतीय चिकित्सक जेनेरिक दवा नहीं लिखते इसलिए कि वे कमीशन में संलिप्त है। पीएम मोदी का यह कथन देश के दो चार या 10 चिकित्सकों पर सही बैठता भी होगा पर आज उनके बयान से पूरे चिकित्सा जगत को ठेस पहुँचा है। चिकित्सकों का जो मान सम्मान धूमिल हुआ है उसे बचाने के लिए उन्हें अपने कथन वापस लेने चाहिए। जेनेरिक दवा लिखने के लिए चिकित्सक तैयार है पर जेनेरिक दवा का उपयोग केवल और केवल आम जनता के लिए ही नहीं होना चाहिए बल्कि इसे मंत्री ,, नेता ,, वीआईपी सभी को अपनानी होगी ऐसा नहीं कि गरीब जनता जेनेरिक दवा का इस्तेमाल करे और अमीरों के लिए ब्रांडेड दवा हो। समाज में यह दोहरी नीति नहीं चलनी चाहिए साथ ही जेनेरिक दवा की गुणवत्ता की गारन्टी भी सरकार को लेनी होगी। उन्होंने कहा कि भारत मेडिकल टूरिज्म बन रहा है। एशियन कंट्री से मरीज भारत आकर ईलाज करा रहे और संतुष्ठ होकर जा रहे है। इससे भारत में विदेशी मुद्रा का स्कोप भी बढ़ रहा है। पीएम के ऐसे वक्तव्य से मेडिकल टूरिज्म धरासाई हो जायेगा। भारतीय चिकित्सक जेनेरिक दवा को इस्तेमाल में लाये जाने का स्वागत करती है पर सरकार को भी यह तय करना होगा कि देश में ब्रांडेड दवा नहीं चलनी चाहिए। मौके पर अध्यक्ष डॉ0 बीके सिंह ,, उपाध्यक्ष डॉ0 चंदन सिंह ,, डॉ0 बीके सिन्हा ,, डॉ0 राकेश इन्दर सिंह ,, डॉ0 लोकेश जालान मौजूद थे ।।
प्रधानमंत्री के वक्तव्य से चिकित्सको में नाराजगी, विरोध में आईएमए का प्रदर्शन
Last updated: अप्रैल 26th, 2018 by