लोयाबाद 7 नंबर मुस्लिम मुहल्ला में एक युवती कोरोना पॉजिटिव हुई है। चार दिनों से वह पीएमसीएच में भर्ती है। लेकिन लोयाबाद पुलिस को कोई खबर नहीं है। पॉजिटिव होने की भनक मुहल्ले वाले को भी नहीं लगी है। फिलहाल परिवार के लोग घर में क्वारंटीन है।
स्वास्थ्य विभाग की उदासीनता देखिये एरिया को कंटेन्मेंट नहीं बनाया गया और न ही परिवार के दूसरे सदस्यों को जाँच कराई गई है। प्रभारी चिकित्सा प्रभारी आलोक विश्वकर्मा कुछ बोलने को तैयार नहीं है। उन्होंने बिना कुछ बताये फोन काट दिया। युवती कतरास एसबीआई में काम करती थी। कोरोना की खबर फैलते ही मुहल्ले एवं आसपास के लोग सकते में आगये। सभी इस जगह को सील करने एवं परिवार के सभी सदस्यों की जाँच कराने की मांग कर रहे हैं। लोगों का मानना है कि जो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव हो, तो उसकी खबर स्थानीय पुलिस को जरूर होना चाहिए। अगर इसी मामले में पुलिस को पहले से खबर होती तो सभी आस-पास के लोग और सत्तर्क हो जाते।
युवक्ति की रिपोर्टिं में देरी की वजह से घर वाले, फिर मुहल्ले वाले में कौन-कौन संक्रमित हुआ होगा ये कहना मुश्किल होगा। रिपोर्टिं आने के बाद भी विभाग की लापरवाही इस मामले में साफ उजगार हुआ है। पुलिस को खबर मिलते ही युवती के घर जाकर जाँच कराने को कहा है।