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बीसीसीएल के सिर्फ चार एरिया में ही 1765 आवासों पर अवैध कब्जा कर रह रहे लोग, 25 फीसदी आवासों पर अवैध कब्जा

धनबाद । बीसीसीएल के चार एरिया बरोरा, बस्ताकोला, मुनीडीह व कतरास की कॉलोनियों में कंपनी के 1765 क्वार्टरों पर अवैध कब्जा है। यह खुलासा सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत बीसीसीएल प्रबंधन से मिले जवाब से हुआ है। आवासों पर सबसे ज्यादा कब्जा बरोरा क्षेत्र की कॉलोनियों में है। बरोरा के बाद नंबर आता है मुनीडीह का, यहाँ 609 आवासों पर अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। हालांकि प्रबंधन का कहना है कि अतिक्रमणकारियों काे हटाने के लिए कानूनी कार्यवाही की जाती है, पर अब तक कोई हटा नहीं। एक अनुमान के मुताबिक बीसीसीएल के 25 फीसदी आवासों पर अवैध कब्जा है।

25 फीसदी श्रमिक आवासों पर कब्जा :

कतरास क्षेत्र की कोल डंप कॉलोनी, न्यू लकड़का, अंगारपथरा, हीरक कैंप सलानपुर, तिलाटांड़ कॉलोनी में बड़ी संख्या में आवासों पर कब्जा कर लोग रह रहे हैं। बरोरा एरिया की एकीकृत मुराईडीह फुलारीटांड़ कोलियरी की श्रमिक कॉलोनियों में जितने भी आवास हैं, उनमें से लगभग 25 प्रतिशत पर अवैध कब्जा है।

मुराईडीह श्रमिक कॉलोनी में लगभग 900 मजदूरों का आवास हैं। इनमें से लगभग 200 से अधिक पर अवैध कब्जा है। बुदौरा, खोदोबेली, प्योर बरोरा, नया क्वार्टर, लाला कोठी सहित अन्य जगहों पर बने बीसीसीएल के मजदूर आवासों पर अनधिकृत लोग कब्जा कर रह रहे हैं। हालांकि कंपनी के बहुत सारे आवासों की स्थिति काफी जर्जर हो चुकी है।

बरोरा क्षेत्रीय कार्यालय के अधीन हरिणा बगान अफसर्स कॉलोनी तथा डुमरा अस्पताल कॉलोनी व ब्लॉक-दो के अधीन हरिणा बगान अफसर्स कॉलोनी में भी काफी संख्या में कब्जाधारी हैं। सिजुआ क्षेत्र की निचितपुर टाउनशिप तथा तेतुलमारी टाउनशिप के क्वार्टरों में भी 10 प्रतिशत कब्जा है। कई लोग सेवानिवृत्त होने के बाद भी आवास नहीं छोड़ रहे हैं। कतरास क्षेत्र की वेस्ट मोदीडीह जीरो सीम कॉलोनी तथा गजलीटांड़ कॉलोनी में भी करीब 10 प्रतिशत अवैध कब्जाधारी हैं।

जर्जर आवासों में भी कब्जा कर, कर रहे गुजर

बीसीसीएल के डब्ल्यूजे एरिया अंतर्गत मुनीडीह कोलियरी के क्वार्टरों में अवैध कब्जाधारियों की संख्या करीब 200 है. डब्ल्यूजे एरिया अंतर्गत ही लौहपिट्टी में 30, मुरलीडीह 20/21 पिट में 270 तथा भाटडीह कोलियरी अंतर्गत बने क्वार्टरों में से 109 पर लोगों ने कब्जा कर रखा है।

बीसीसीएल सूत्रों के अनुसार, वैसे क्वार्टर, जो क्षतिग्रस्त घोषित कर दिये गये हैं, उसमें भी लोग कब्जा कर रह रहे हैं। बीसीसीएल प्रबंधन ने वैसे क्वार्टरों का बिजली-पानी का कनेक्शन हटा दिया है। बावजूद लाेग अनधिकृत रूप से रह रहे हैं। इन लोगों ने बिजली-पानी का अवैध कनेक्शन भी ले लिया है। मुनीडीह कोलियरी की जटूडीह, डीएम कॉलोनी, सीपीपी, शास्त्रीनगर कॉलोनी के क्षतिग्रस्त घोषित क्वार्टरों में लोग अवैध रूप से रह रहे हैं।

Last updated: फ़रवरी 15th, 2021 by Arun Kumar