साहिबगंज। रात के बारह बजते ही लोगों ने पटाखा छोड़कर नववर्ष का जोरदार तरीके से स्वागत किया। वहीं शुक्रवार की सुबह लोगों की भीड़ विभिन्न मंदिरों में उमड़ी रही। लोग पूजा-पाठ कर भगवान से नए वर्ष के लिए मंगल कामना की। नववर्ष पर कई स्थानों पर गीत-संगीत के कार्यक्रम आयोजित किए गए,जहाँ नवयुवकों एवं युवतियों के समूह ने जमकर नृत्य किए। नववर्ष के स्वागत के लिए लोगों ने विभिन्न पिकनिक स्पाट पर जाकर इसका आनंद उठाया। साल भर सुनसान रहने वाले पिकनिक स्थल, नव वर्ष के अवसर पर गुलजार हो गए। बड़ी संख्या में लोगों ने यहाँ पहुँचकर पिकनिक का आनंद उठाया। खासकर युवाओं एवं बच्चों में पिकनिक मनाने को लेकर काफी उत्साह देखा गया। लोग पकवान का आनंद उठाते हुए गीत-संगीत पर झूमते नाचते देखे गए। सैकड़ों परिवार चारपहिया वाहन से भी मनोरम स्थलों पर पिकनिक मनाने पहुँचे। सभी लोग नववर्ष की खुशी में झूमते -नाचते देखे गए।
मालूम हो कि 31 दिसंबर की शाम ढलते ही लोगों पर नए वर्ष का शुरूर चढ़ने लगा था। युवाओं की टोली रात भर गीत-संगीत की धुन पर झूमती रही तथा घड़ी में रात के बारह बजते ही एक दूसरे को नववर्ष की बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया, और पटाखों की आवाज से शहर गुंजायमान हो गया। हालांकि शहर के विभिन्न पिकनिक स्पॉट पर जिला प्रशासन की ओर से जगह -जगह पुलिस की प्रतिनियुक्ति की गई थी, फिर भी लोग सोशल डिस्टेंस का पालन करते नहीं दिखे और ना ही लोगों में कोरोनो का खौफ दिखा। ऐसा लग रहा था मानो कोरोना कभी रहा ही ना हो।
खूब हुई मटन व चिकन की बिक्री
नववर्ष को लेकर लोगों ने जमकर बकरे के मीट व मुर्गा की खरीददारी की। इस कारण मीट व मुर्गा के दाम में बढ़ोत्तरी देखी गई। एक जनवरी को बकरे का मीट जहाँ साढ़े पाँच सौ से छह सौ रुपये प्रति किलोग्राम की दर से बिका। वहीं बॉयलर मुर्गा भी 180 रुपये से 200 रुपया प्रति किलोग्राम की दर से बेचा गया। लोगों में मीट व मुर्गा खरीदने की होड़ सी मची रही। इस कारण देर शाम तक मीट व मुर्गा की दुकान पर भीड़-भाड़ देखी गई। नववर्ष पर मीट व मुर्गा व्यवसायियों की चांदी रही।