आसनसोल ज़िला अस्पताल के निकट सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के शाखा अस्पताल मोड़ का सादयरन इस कदर खराब है कि वो कब बजने लगे और लोगों का ध्यान उस ओर आकर्षित हो जाए, पता भी नहीं चलता है।
आने-जानें वाले राहगीर और मरीज किसी अनजाने दुघर्टना की आशंका से ग्रसित और चिंतित हो उठते हैं।
लेकीन वहाँ के रहने वाले स्थानीय लोगों और दुकानदारों के लिए यह आम बात है। प्रतीदिन का नाटक है। बैंक कर्मियों को इसकी जानकारी होने के बावजूद इसे ठीक करवाने की जरूरत भी महसूस नहीं हो रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर किसी रोज सचमुच कोई अन्होनी या दुघर्टना घट जाती है तो लोगों का ध्यान इस ओर जाएगा भी नहीं। बैंक अधिकारियों का कर्तव्य बनता है कि वो इस सायरन को जल्द ठीक करवाएं।
संवाददाता कन्हिया कुमार राम
Last updated: अगस्त 7th, 2020 by