शहर के केला बागान स्थित मध्य विद्यालय तिलक कला सभागार में बुधवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी देवघर के निर्देशन में समग्र शिक्षा के समावेशी शिक्षा के अंतर्गत विशेष आवश्यकता वाले बच्चों की समस्याओं तथा उनकी शिक्षा में आ रही बाधाओं को दूर कर संवेदनशील सृजनात्मक वातावरण निर्मित किये जाने हेतु प्रखण्ड संसाधन केंद्र के तत्वावधान संकुल स्तरीय समावेशी शिक्षा अंतर्गत एक दिवसीय प्रखण्ड स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।
कार्यशाला के बीआरसी के बिंदा कुमारी के द्वारा बताया गया कि दिव्यांग छात्र/छात्राओं को शत्-प्रतिशत् पाठशालाओं में दाखिला कराते हुए अध्ययन-एवं अध्यापन में किसी भी प्रकार की बाधाओं को दूर करने हेतु इस प्रकार के कार्यशालाओं से समाधान करने का उपाय सहजता के साथ प्राप्त हो जाता हैं।इसलिए समय-समय पर इस तरह का कार्यशाला का आयोजन जिला स्तर के साथ-साथ विकासखण्ड स्तर पर भी आयोजित होते रहना चाहिए।
कार्यशाला में दिव्यांग बच्चों के अध्ययन में आने वाली परेशानियों एवं उन बाधाओं के निराकरण के संबंध में लाभ प्राप्त कर सकेगें। द्वितीय सत्र में अपर कलेक्टर राजेश नशीने ने अपने उद्बोधन में कहा कि विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को सामान्य बच्चों के साथ शिक्षा देकर समाज के मुख्य धारा में जोड़ने के लिए ऐसी कार्यशाला की नितांत आवश्यकता हैं।इसके अलावा अभिभावकों को अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के लिए प्रेरित करें। साथ ही सरकार के द्वारा दिव्यांगों के लिए चलाए जा रहे हैं योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई। मौके पर कई दिव्यांग बच्चे एवं उनके अभिभावक मौजूद थे।