Site icon Monday Morning News Network

गरीबों का मसीहा और मजबूरों का सहारा थे, स्व० पप्पू उपाध्याय-भोला सिंह

दिवंगत तृणमूल श्रमिक नेता उपाध्याय (फ़ाइल् फोटो )

सालानपुर| आज ही के दिन एक वर्ष पहले, सालानपुर समेत बाराबनी विधानसभा को एक अपूर्णीय क्षति ने झकजोर कर रख दिया था, इस दिन हमने अपने प्रिय नेता स्व० पप्पू उपाध्याय को हमेशा के लिए खो दिया था| वे गरीबों का मसीहा और मजबूरों का सहारा थे, उक्त बातें सालानपुर तृणमूल युवा नेता भोला सिंह ने मंगलवार को स्व० पप्पू उपाध्याय की पुण्यतिथि पर रूपनारायणपुर तृणमूल पार्टी कार्यालय में आयोजित श्रद्धांजलि सभा के दौरान कही उन्होंने कहा कि स्व० पप्पू उपाध्याय आज भी हमलोगों के बीच प्रेरणा के रूप में जीवित है, जनता के प्रति उनके समर्पण भाव ने उन्हें सदा के लिए अमर बना दिया है| इस दौरान सभी ने स्व० पप्पू उपाध्याय की तस्वीर पर माल्यार्पण किया|

अनाथाश्रम और अस्पताल में किया गया फल वितरण

अस्पताल में फल वितरण करते तृणमूलकर्मी

सालानपुर ब्लॉक तृणमूल कोंग्रेस की ओर से मंगलवार को कालीपत्थर स्थित मदर टेरेसा मिशनरी ऑफ़ चैरिटी अस्पताल, पिठाक्यारी उप स्वास्थ्य केंद्र, चितरंजन कस्तूरबा गाँधी अस्पताल समेत हावड़ा साउथ पॉइंट अनाथाश्रम (कालीपत्थर) में फल, चोकलेट और भोजन वितरण किया गया| मौके पर उज्जल मंडल, आशुतोष तिवारी, बलजीत सिंह समेत दर्जनों लोग उपस्थित थे|

पप्पू उपाध्याय के निधन से परिवार पर टूटा था, दुखों का पहाड़

पप्पू उपाध्याय के निधन पर बिलखते परिजन (फ़ाइल फोटो )

सलानपुर: बराबानी विधायक विधान उपाध्याय के सगे भाई सह पश्चिम बर्धमान तृणमूल जिला आयोजक सचिव पप्पू उपाध्याय(44) बीते एक वर्ष पूर्व 12 जून को सदा के लिए अलविदा हो गए थे, दुर्गापुर स्थित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गयी थी| वे लंबे समय से लिवर जोंडिश से पीड़ित थे।घटना की सूचना मिलने के बाद बराबानी विधान सभा से लेकर तृणमूल पार्टी में शोक की लहर फैल चुकी थी। पंचगछिया स्थित पार्टी कार्यालय व् उनके निजी आवास पर अपने नेता की एक झलक पाने के लिए हजारों की संख्या में जन सैलाब उमड़ पड़ा था। इधर घटना से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। वृद्ध माँ रूखमणी उपाध्याय और पत्नी वर्णाली उपाध्याय समेत पूरा परिवार का रो-रो कर बुरा हाल था, वृद्ध माँ आज भी अपने पुत्र को याद कर रो पड़ती है। स्व० पप्पू उपाध्याय अपने पीछे 8 वर्षीय पुत्री ज्योति उपाध्याय को पीछे छोड़ गए,जो अब 9 वर्ष की हो चुकी है

तृणमूल पार्टी के सक्रिय नेता के साथ-साथ वे बराबानी श्रमिक संगठन आईएनटीटीयूसी के अध्यक्ष पद पर होने के कारण वे हमेशा मज़दूर और गरीब से जुड़े रहते थे। सभी अपने नेता को खोने पर गहरी शोक व्यक्त कर रहे थे। और मर्माहत थे| बराबानी विधानसभा से पूर्व कांग्रेस विधायक रहे लड़ाकू नेता स्व० माणिक उपाध्याय के तीन पुत्र है, तत्काल उनके बड़े पुत्र विधान उपाध्याय दूसरी बार तृणमूल विधायक है। दूसरे स्थान पर स्व० पप्पू उपाध्याय थे। और तीसरे पुत्र मुकुल उपाध्याय तृणमूल युवा अध्यक्ष है।

Last updated: जून 12th, 2018 by Guljar Khan